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गोंडवाना यूनिवर्सिटी में शारीरिक शिक्षा व ग्रंथालय शास्त्र विषय के लिए संशोधन केंद्र दें

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। स्थानीय गोंडवाना विश्व विद्यालय की शैक्षणिक विकास की ओर निरंतर प्रयास शुरू है। विश्व विद्यालय परिक्षेत्र में संशोधन का काफी महत्व है। क्रीड़ा व विभिन्न ज्ञानवर्धन स्त्रोत को ध्यान में लेते हुए शारीरिक शिक्षण व ग्रंथालय शास्त्र के लिए अधिक संशोधन केंद्र दें। ऐसी मांग गोंडवाना एसोसिएशन की ओर से गोंडवाना विवि के कुलपति डा. प्रशांत बोकारे को ज्ञापन सौंपकर की है। ज्ञापन में कहा गया है कि, गोंडवाना विवि परिक्षेत्र में शारीरिक शिक्षण व ग्रंथालय शास्त्र इस विषय के लिए पदव्युत्तर अभ्यासक्रम नहीं। विशेषत: ग्रंथालय शास्त्र विषय के लिए केवल एक संशोधन केंद्र और शारीरिक शिक्षण विषय के लिए एक संशोधन केंद्र है। जिससे उक्त विषय में संशोधन करने विद्यार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संशोधन के लिए छात्रों को नागपुर व अमरावती के संशोधन केंद्र में प्रवेश लेना पड़ रहा है। जिससे गोंडवाना विवि में उक्त दोनों विषयों के लिए पदवी स्तर पर संशोधन केंद्र दें। इस समय कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने अत्यंत सकारात्मक प्रतिसाद देते हुए गोंडवाना विवि में उक्त दोनों विषयों के लिए पदवी स्तर पर संशोधन केंद्र उपलब्ध करा देने का आश्वासन शिष्टमंडल को दी है। इस समय गोंडवाना विवि यंग टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. संजय गोरे, सचिव डा. विवेक गोरलावार, डा. राजेंद्र गोरे, डा. राजू किरमिरे, डा. अभय लाकडे, डा. प्रमोद बोधाने, प्रा. संजय राऊत, डा. शर्मा, डा. कैलास भांडारकर, डा. प्रगती नरखेडकर आदि उपस्थित थे।
Created On :   16 April 2022 7:08 PM IST