आजादी के गौरवशाली इतिहास का जनजागरण जनआंदोलन बनना चाहिए : गडकरी

Public awareness of the glorious history of independence should become a mass movement: Gadkari
आजादी के गौरवशाली इतिहास का जनजागरण जनआंदोलन बनना चाहिए : गडकरी
नागपुर में "झंडा ऊंचा रहे हमारा' की गूंज आजादी के गौरवशाली इतिहास का जनजागरण जनआंदोलन बनना चाहिए : गडकरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश को आजादी दिलाने अनेक वीरों ने प्राणों की आहुति दी। उनके बलिदान की बदौलत आज हम आजादी का उपयोग कर रहे हैं। नई पीढ़ी स्वतंत्रता सेनानियों को योगदान से परिचित नहीं है। श्यामलाल गुप्त ने झंडा गीत की रचना कर स्वतंत्रता सेनानियों में नई ऊर्जा भरने का काम किया। उनकी रचना "विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा" गीत की पंक्तियां सुनाई देने पर आज भी हमारी हमारा सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। आजादी के अमृत महोत्सव निमित्त झंडा गीत का सामूहिक गायन देशभक्ति को जगाकर नई पीढ़ी को आजादी के इतिहास से जोड़ने में पथदर्शी उपक्रम है। आजादी के गौरवशाली इतिहास की समय-समय पर याद दिलाकर नई पीढ़ी को इतिहास से अवगत कराने के लिए इस तरह जनजागरण जनआंदोलन बनने का केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने आशावाद व्यक्त किया।

आजादी के अमृत महोत्सव निमित्त शहर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में नेताजी सुभाषचंद्र बोस और झंडा गीत के रचनाकार श्यामलाल गुप्त की 125वीं जयंती वर्ष निमित्त महापौर दयाशंकर तिवारी की संकल्पना से शहर में 125 स्थानों पर सामूहिक झंडा गीत गायन कार्यक्रम का आयोजन किया। महानगरपालिका, खादी ग्रामोद्योग आयोग और खासदार सांस्कृतिक महोत्सव समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह में शालेय विद्यार्थी, स्वयंसेवी संस्था तथा नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी स्थानों पर एक ही समय सामूहिक गायन किया गया। संपूर्ण शहर झंडा गीत गायन से गूंज उठा।

देशभक्ति गीत स्पर्धा का सुझाव
आजादी के आंदोलन की यादों को विद्यार्थियों के दिल में बसाने के लिए देशभक्ति गीत स्पर्धा के आयोजन का गडकरी ने सुझाव दिया। खासदार सांस्कृति महोत्सव समिति के माध्यम से इस आयोजन में पूरा सहयोग करने का उन्होंने विश्वास जताया। शहर के सभी स्कूल स्पर्धा में सहभागी कर जोन स्तर पर विजेता का चयन कर खासदार सांस्कृतिक महोत्सव समिति की आेर से उन्हें नगद पुरस्कार देने का वादा किया। उसी के साथ आजादी के आंदोलन पर निबंध व वक्तृत्व स्पर्धा का आयोजन करने का सुझाव दिया। 

प्रस्तावना में महापौर तिवारी ने कार्यक्रम के अायोजन की भूमिका रखी। बैरिस्टर वानखेड़े विद्यानिकेतन मनपा स्कूल के शिक्षक, विद्यार्थियों ने झंडा गीत के साथ ही अन्य देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन मधु पराड ने किया। सामूहिक झंडा गीत गायन का मुख्य समारोह संविधान चौक में हुआ।  केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस, महापौर दयाशंकर तिवारी, सांसद डॉ. विकास महात्मे, विधायक विकास कुंभारे, मनपा में सत्तापक्ष नेता अविनाश ठाकरे, विरोधी पक्ष नेता तानाजी वनवे उपस्थित थे।

मैत्री परिवार ने मानस चौक में संभाली जिम्मेदारी
मानस चौक में सामूहिक झंडा गीत गायन की जिम्मेदारी मैत्री परिवान ने िनभाई। संस्था के 50 कार्यकर्ता कार्यक्रम में सहभागी हुए। भारतमाता और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा को माल्यार्पण कर अभिवादन किया गया। उसके बाद सामूहिक झंडा गीत गायान किया गया।

नेताजी ने दी थी राष्ट्रीय गीत के रूप में मान्यता
नागपुर।  पार्षद श्यामलाल गुप्त के ‘झंडा गीत’ को राष्ट्रीय गीत के रूप में मान्यता आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने दी थी। 1923 में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में नेताजी ने इसकी घोषणा की थी। झंडा गीत पहले बहुत बड़ा और उग्र तेवर का था, जिसमें गणेश शंकर विद्यार्थी ने संशोधन कर वर्तमान रूप दिया। संयोग की बात यह है कि श्री गुप्त और नेताजी का 125वां जयंती वर्ष मनाया जा रहा है।

नागपुर आगमन पर दोसर वैश्य भवन में ही रुकते थे
खादी ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य जयप्रकाश गुप्त ने बताया कि श्यामलाल गुप्त जी के नागपुर से काफी करीबी संबंध रहे हैं। जब भी वे नागपुर आते थे, सेंट्रल एवेन्यू स्थित दोसर वैश्य भवन में ही रुकते थे। उनकी स्मृति को संजोए रखने और शहीदों को नमन करने के लिए जयप्रकाश गुप्त ने सन 2004 में दोसर भवन चौक पर शिलालेख स्थापित करवाया, जिसका लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री सुशीलकुमार शिंदे ने किया था।

 

 

 

 

 

Created On :   18 Oct 2021 9:15 AM GMT

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