मारपीट में घायल किसान की मौत पर भड़का आक्रोश, कलेक्ट्रेट के सामने चक्काजाम

Rage provoked by the death of injured farmer  in collectorate
मारपीट में घायल किसान की मौत पर भड़का आक्रोश, कलेक्ट्रेट के सामने चक्काजाम
मारपीट में घायल किसान की मौत पर भड़का आक्रोश, कलेक्ट्रेट के सामने चक्काजाम

डिजिटल डेस्क रीवा । पांच दिन पहले मारपीट में घायल हुए  युवा किसान की मौत पर आक्रोश भड़क उठा। नर्सिंग होम से शव को लेकर परिजन और ग्रामीण सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे और चक्काजाम कर दिया। सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू  चक्काजाम तीन घण्टे तक चला। इस चक्काजाम से पूरा शहर जाम हो गया। चोरहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत रहट गांव में 27 मई को विकास उर्फ रजनीश चतुर्वेदी और उसके भाई राजललन उर्फ लल्लन सहित पिता कुशल चतुर्वेदी पर प्राणघातक हमला किया गया था। इन तीनों की हालत गंभीर होने की वजह से इन्हें संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय से नर्सिंग होम ले जाया गया। जहां विकास ने दम तोड़ दिया। युवा किसान की मौत    से आक्रोशित लोगों ने एक करोड़ की आर्थिक मदद, मृतक की पत्नी को नौकरी, आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी सहित मृतक की दोनो बेटियों की शिक्षा की व्यवस्था के साथ ही गंभीर रूप से घायल भाई और पिता के उपचार की बेहतर व्यवस्था की मांग को लेकर चक्काजाम किया गया।
इनकी जमीन के बीच से निकाली जा रही थी नाली
यह विवाद जमीन के बीच से नाली निकालने को लेकर हुआ था। जल उपभोक्ता संथा के माध्यम से सिंचाई के लिए जो नाली तैयार की जा रही थी, उसके ले-आउट को लेकर चतुर्वेदी परिवार द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इन लोगों का कहना था कि नाली को खेत के किनारे से निकाला जाए। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ा और पिता सहित दोनों बेटों पर प्राणघातक हमला हो गया।
जल संथा समिति के अध्यक्ष और एक शिक्षक भी है आरोपी
मारपीट के इस मामले में जल उपभोक्ता संस्था के अध्यक्ष एवं सरपंच पति देवेन्द्र त्रिपाठी सहित शिक्षक यमुना त्रिपाठी भी आरोपी है। इस मामले में ठेकेदार कृष्ण कुमार पाण्डेय उर्फ बब्लू की गिरफ्तारी हो गई है। पुलिस को इस घटना में शामिल अन्य लोगों के नाम भी बताए गए है। परिजन का कहना है कि जो नाम बताए जा रहे हैं, उन्हें भी नामजद किया जाए। इसके साथ ही फरार सभी आरोपियों को जल्द पकड़ा जाए।
मंत्री को बुलाया जाए
कलेक्ट्रेट के सामने शव रखकर चक्काजाम कर रहे लोगों के बीच सांसद जर्नादन मिश्र भी पहुंचे। सांसद ने इन लोगों को समझाने का प्रयास किया गया हर संभव मदद की जाएगी। जिस पर लोगों ने कहा कि स्थानीय मंत्री को मौके पर बुलाया जाए। आक्रोशित लोगों का यह भी आरोप रहा कि मंत्री के पीए द्वारा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
एसपी से हुई झड़प
युवा किसान के शव को कलेक्ट्रेट के सामने रख कर चक्काजाम किए जाने से आवागमन बुरी तरह बाधित हुआ। शहर के विभिन्न मार्गो पर जम लग गया।  शव को रखकर चक्काजाम करने रहे लोगों का आक्रोश इस कदर रहा कि एसपी से भी झड़प हो गई। बताते है कि इस जाम को खोलने के लिए जब लोग तैयार नहीं हो रहे थे, तो एसपी ने सख्त लहजे का प्रयोग किया। जिस पर लोग भड़क गए और कहा कि हम सब पर गोली चलवा दीजिए।
ढाई घण्टे बाद पहुंचीं कलेक्टर
शव रखकर कलेक्ट्रेट के सामने चक्काजाम कर रहे लोगों के बीच लगभग ढाई घण्टे बाद कलेक्टर प्रीति मैथिल पहुंची। इसके पूर्व यहां एसपी और एसडीएम सहित अन्य लोगों ने समझाइश देने का प्रयास किया। लेकिन सभी नाकाम रहे। जाम से संघर्ष करते हुए कलेक्टर ने यहां पहुंचकर इनकी मांगों को सुना। उन्होंने कहा कि अभी जिन दो लोगों का इलाज चल रहा है, उनके उपचार में आर्थिक समस्या न आए, इस पर आवश्यक मदद की जाएगी। कलेक्टर की समझाइश के बाद चक्काजाम खुला और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। जहां चिकित्सकों के दो सदस्यीय दल द्वारा पोस्टमार्टम किया गया।

 

Created On :   1 Jun 2018 3:03 PM IST

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