पैसेंजर अर्निंग के लिए तरसती रही रेलवे, मालगाड़ियों से हुई धनवर्षा

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पैसेंजर अर्निंग के लिए तरसती रही रेलवे, मालगाड़ियों से हुई धनवर्षा
पैसेंजर अर्निंग के लिए तरसती रही रेलवे, मालगाड़ियों से हुई धनवर्षा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 में पैसेंजर गाड़ियां बहुत कम चली। जिससे यात्रियों की संख्या भी कम रही।   मालगाड़ियां रफ्तार पकड़ती रही। ऐसे में एक ओर पैसेंजर अर्निंग के लिए रेलवे तरसती रही। वही मालगाड़ियों से धनवर्षा का चित्र अभी भी साफ दिख रहा है। मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने जनवरी से दिसंबर 2020 में पैसेंजर अर्निंग 1 सौ 69 करोड़ रुपये की है।   मालगाड़ियों से 2 हजार 5 सौ 80 करोड़ रुपए की अर्निंग हुई है।  दपूम रेलवे नागपुर मंडल को भी इसी अवधि में 69 करोड़ पैसेंजर अर्निंग व मालढुलाई से 4 सौ 47 करोड़ की आमदनी मिली है।

कोरोना संक्रमन के पहले तक रेलवे पैसेंजर ट्रेनों को प्राथमिकता देती थी। लेकिन मार्च 2020 से कोरोना संक्रमन की दस्तक भारत में होने के बाद तालाबंदी घोषित की गई। जिससे पैसेंजर ट्रेनें बुरी तरह से प्रभावित हुई है। 3 माह तक यात्री ट्रेनों को चलाया ही नहीं गया।  बाद में स्पेशल ट्रेनों को चलाया गया। हालांकि मालगाड़ियों की मांग बढ़ गई थी। एक राज्य से दूसरे राज्य तक आपातकालीन वस्तुओं का आवागमन तेजी से होते रहा। जिसके कारण मालगाड़ियों ने लगातार रेलवे का राजस्व बढ़ाने में मदद की।

मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने 9 हजार 1 सौ 25 रैक से की मालढुलाई 

मध्य रेलवे नागपुर मंडल की ओर से लगातार मालढुलाई की गई है। जिसमें 9 हजार 1 सो 25 रैक की मदद ली गई है। इसमें दवाई, अनाज से लेकर कन्स्ट्रक्शन में लगनेवाली चीजों को भेजा गया है। जिससे 2 हजार 5 सौ 80 करोड़ 31 लाख रुपये का राजस्व मिल सका है। इसी तरह दपूम रेलवे नागपुर मंडल ने 4 सौ 46 करोड़ 90 लाख रुपये की अर्निंग मालढुलाई से की है

पार्सल से कमाये 3.62 करोड़  

दपूम रेलवे नागपुर मंडल की ओर से कोरोना के दौरान तालाबंदी घोषना के कारण पार्सल अर्निंग में भी इजाफा पाया है। कुल 15 हजार 2 सौ 20 टन पार्सल की ढुलाई करते हुए 3 करोड़ 62 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त किया है।

स्पेशल गाड़ियों से मिला अच्छा फायदा 

भले ही रेलवे ने वर्ष 2020 में गाड़ियां कम चलाई है। लेकिन  अच्छा राजस्व प्राप्त किया है। जिसका मुख्य कारण रेल किराया महंगा होना है। नियमित ट्रेनों की तुलना में चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों का किराया ज्यादा रहने से कोरोना संक्रमन के बाद से यात्री किराये में लगातार इजाफा हुआ है। जुलाई में 17 लाख 62 हजार से ज्यादा, अगस्त में 3 करोड़ 33 लाख 34 हजार 1 सौ 24, सितंबर माह में 6 करोड़ 56 लाख 44 हजार 5 सौ 44, अ्कटूबर माह में 14 करोड़ 59 लाख 21 हजार से ज्यादा, नवंबर माह में 16 करोड़ 49 लाख 97 हजार से ज्यादा व दिसंबर माह में 21 करोड़ 40 लाख रुपये से ज्यादा रुपये का राजस्व प्राप्त किया है। पूरे साल भर में 77 करोड़ 88 लाख रुपये का राजस्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल को मिला है। जिसमें गत 6 माह का राजस्व ही 63 करोड़ 79 लाख से ज्यादा है।

Created On :   14 Jan 2021 6:29 PM IST

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