रेलवे ट्रैक के नीचे टनल निर्माण : 24 घंटे तैनात रहेगी रेलवे और NVDA की टीम

Railways and NVDA team will monitor Tunnel construction On Katni-Jabalpur line
रेलवे ट्रैक के नीचे टनल निर्माण : 24 घंटे तैनात रहेगी रेलवे और NVDA की टीम
रेलवे ट्रैक के नीचे टनल निर्माण : 24 घंटे तैनात रहेगी रेलवे और NVDA की टीम

डिजिटल डेस्क कटनी । कटनी- जबलपुर रेलखंड पर सलैया फाटक के समीप किलोमीटर क्रमांक 1084.92 के नीचे बनने वाली टनल के निर्माण के दौरान रेलवे और एनवीडीए का तकनीकी दल पैनी नजर रखेगा। इसके लिए 24 घंटे अधिकारियों की टीम तैनात होगी। निर्माण दौरान ट्रैक पर डिफलेक्शन मीटर लगाया जाएगा जो हर पल मिट्टी के सेटलमेंट की जानकारी देगा। मंगलवार को रेलवे और एनवीडीए के तकनीकी अधिकारियों के दल ने मौका मुआयना कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जबलपुर से सीनियर डिवीजनल इंजीनियर विजय पांडे, डिवीजनल इंजीनियर राहुल जयपुरे, सीनियर सेक्शन इंजीनियर एसके सराफ, एनवीडीए के कार्यपालनयंत्री एमके ढिमोरे, हरिसिंह चौधरी, एई राजू बामलिया, प्रवीण शर्मा, निर्माण एजेंसी डीजीएम उग्रसेन सिंह सहित बड़ी संख्या में इंजीनियरों की मौजूदगी रही।
मिट्टी कड़ी करने ड्रिल कर भर गया सीमेंट
रेलवे ट्रैक के नीचे टनल निर्माण के दौरान मिट्टी के धसकने की किसी भी आशंका को दूर करने के लिए पिछले एक महीने से एनवीडीए और निर्माण एजेंसी पटेल इंजीनियरिंग के द्वारा तैयारियां की जा रही हैं। जिसके तहत ऊपर से अनेक स्थानों पर ड्रिल कर सीमेंट का ग्राउट मटेरियल डाला गया है। इससे मिट्टी के पत्थर बन जाने से जहां एक ओर धसकने का खतरा नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर कड़ी मिट्टी में टनल के लिए बोरिंग का कार्य तेजी से कराया जा सकेगा।
एक माह कॉशन पर चलेंगी ट्रेनें
नर्मदा दायींतट नहर की 12 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण का कार्य रेलवे ट्रैक के नीचे एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगा। ट्रैक के नीचे 70 मीटर की टनल के निर्माण में करीब एक माह का समय लगा सकता है। इस दौरान -जबलपुर रेलखंड पर टनल के ऊपर से गुजरने वाली ट्रेनें कॉशन पर चलेंगी। जिनकी रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक नहीं होगी। इसके लिए रेलवे के द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण की जा रही हैं।
तैयार हुए 80 क्विंटल के रिंग
ट्रैक के नीचे के निर्माण में अधिक मजबूती देने के लिए आईआईटी दिल्ली के एक्सपर्ट के द्वारा सैगमेंट रिंग में स्टील की मात्रा ढाईगुना बढ़ाई जाने के बाद 80 क्विंटल वजन के रिंग तैयार किए गए हैं। 9.2 डाया मीटर व्यास और 1.6 मीटर चौड़ाई के 44 रिंग ट्रैक के नीचे लगाए जाएंगे। जिन्हें पिछले डेढ़ माह में निर्माण के साथ कम्प्यूटराइड सिस्टम से प्यूरिंग कर निर्माण स्थल पर एकत्रित कर दिया गया है। एक रिंग में करीब 35 क्विंटल स्टील राड का इस्तेमाल किया गया है।
इनका कहना है
सलैया फाटक के समीप रेलवे ट्रैक के नीचे टनल निर्माण के लिए मौका निरीक्षण किया गया है। इस दौरान आईआईटी एक्सपर्ट के द्वारा तय किए गए पैरामीटर के साथ ही आवश्यक सावधानियों पर पैनी नजर रखी जाएगी जिसके संबंध में अधिकारियों से चर्चा जारी है।
-राहुल जयपुरे, डिवीजनल इंजीनियर रेलवे जबलपुर
रेलवे टैक के नीचे टनल का निर्माण चुनौतियों भरा है। जिसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। पूरी सावधानी के साथ ट्रैक के नीचे तेजी से कार्य किया जाएगा।
- एमके ढिमोले, कार्यपालनयंत्री एनवीडीए

 

Created On :   21 Feb 2018 1:59 PM IST

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