डूंगरपुर ने लड़कियों के खिलाफ अपराध पर लगाम लगाने की राह दिखाई

Rajasthans Dungarpur showed the way to check crime against girls
डूंगरपुर ने लड़कियों के खिलाफ अपराध पर लगाम लगाने की राह दिखाई
राजस्थान डूंगरपुर ने लड़कियों के खिलाफ अपराध पर लगाम लगाने की राह दिखाई

डिजिटल डेस्क, जयपुर। ऐसे समय में जब राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अपराध की सूची में सबसे ऊपर है, राज्य का डूंगरपुर जिला एक अभिनव शुरूआत का गवाह बन गया है। यहां स्कूल की लड़कियों को पुलिस अधीक्षक (एसपी) और कलेक्टर के साथ उनके मुद्दों पर खुलकर बातचीत के लिए जिला मुख्यालय के पुलिस स्टेशन में आमंत्रित किया गया।

यह पहल मेरी पुलिस मेरी दोस्त अभियान के तहत की गई थी, जिसे बालिकाओं की सुरक्षा के लिए शुरू किया गया है।

पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी की देखरेख में डूंगरपुर जिला थाने में अभियान की शुरूआत की गई। अभियान के बारे में बात करते हुए जोशी ने कहा कि लड़कियों के मन से डर को मिटाने के लिए पहल शुरू की गई है ताकि वे पुलिस पर अपने दोस्त के रूप में भरोसा करना शुरू कर सकें।

कुल 50 लड़कियों ने थाने में दो घंटे बिताए। जिला कलेक्टर शुभम चौधरी ने छात्रों से किसी भी तथ्य को न छिपाने और कुछ भी गंभीर होने पर पुलिस से संपर्क करने का आग्रह किया। पुलिस अधिकारियों ने छात्राओं से कहा कि वे अपने स्कूलों में लगे शिकायत पेटियों के अंदर पर्ची डालें।

उन्होंने कहा, आप स्कूल में गश्त करने वाली डेल्टा दीदी से भी बात करना शुरू कर सकते हैं।

लड़कियों ने पुलिस और एसएचओ के बीच अंतर, कलेक्टर बनने के लिए आवश्यक योग्यता, एसपी आदि जैसे विभिन्न विषयों पर सवाल पूछे।

उन्हें सभी 16 स्टेशनों पर राउंड पर भी ले जाया गया। डूंगरपुर के एसपी ने कहा कि कोविड-19 की स्थिति के कारण हर शनिवार को 50 लड़कियों का एक समूह पुलिस थानों का दौरा करेगा।

(आईएएनएस)

Created On :   14 Feb 2022 1:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story