संविधानिक मान्यता तथा अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने को लेकर लिंगायत समाज का मोर्चा

rally was organized in Kolhapur for demanding constitutional recognition of Gaya society
संविधानिक मान्यता तथा अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने को लेकर लिंगायत समाज का मोर्चा
संविधानिक मान्यता तथा अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने को लेकर लिंगायत समाज का मोर्चा

डिजिटल डेस्क, पुणे। लिंगायत समाज को संविधानिक मान्यता तथा अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने की मांग को लेकर रविवार को कोल्हापुर में हजारों की तादाद में मोर्चा निकाला गया। मोर्चा को समर्थन दर्शाने के लिए शिरोमणी अकाली दल के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सिमरनजीत सिम मान खास पंजाब से आए हुए थे।

कोल्हापुर स्थित दसरा चौक से सुबह 11 बजे मोर्चा की शुरूआत की गई। मोर्चा में लिंगायत धर्मगुरू, विविध संगठनों के कार्यकर्ताओं समेत हजारों लोग सहभागी हुए थे। महात्मा बसवण्णा के जयघोष से परिसर गूंज उठा। जिलाधिकारी कार्यालय तक मोर्चा निकाला गया। यहां पर धर्मगुरू, समाज के नेताओं के भाषण हुए।

शिरोमणी अकाली दल के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सिमरनजीत सिम मान ने कहा कि कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी लिंगातय को स्वतंत्र धर्म का दर्जा देना टाल सकते हैं। इसलिए इस समाज के लाेग राजनीति धारा में सहभागी हो। आप जब तक राजनीति धारा में सहभागी नहीं होंगे तब तक आप को आपकाब हक्क नहीं मिलेगा। शीख समाज आप के साथ है।

कोरणेश्वर स्वामी ने कहा कि लिंगायत एक स्वतंत्र धर्म है। देश में समाज के आठ करोड़ लोग हैं। धर्म को संविधानिक मान्यता मिलने के लिए लड़ाई शुरू है। इस लड़ाई को बौध्द, सीख, मुस्लिम, क्रिश्चन आदि धर्मों का समर्थन मिला है।

सभी के भाषण होने के बाद जिलाधिकारी को मांगों का ज्ञापन दिया गया। मोर्चा अनुशासनबध्द तरीके से निकाला गया। मोर्चा मार्ग पर मुस्लिम समाज द्वारा पानी, फल बांटे गए। वहीं अखिल भारतीय मराठा महासंघ ने बिस्कुट और पानी वितरित किया।

Created On :   28 Jan 2018 9:32 PM IST

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