प्राध्यापक की कार चुराकर मना रहे थे रंगरलियां, पुलिस ने 3 युवतियों के साथ पकड़ा

Rangers were celebrating by stealing the professors car, the police caught him with 3 girls
प्राध्यापक की कार चुराकर मना रहे थे रंगरलियां, पुलिस ने 3 युवतियों के साथ पकड़ा
प्राध्यापक की कार चुराकर मना रहे थे रंगरलियां, पुलिस ने 3 युवतियों के साथ पकड़ा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कल्पतरु कॉलोनी कामठी इलाके से सेवानिवृत्त प्रा. अब्दुल कादिर अब्दुल जब्बार कुरेशी (63) के घर का ताला तोड़कर चुराई गई कार 22 जुलाई को पुलिस ने फास्टैग की मदद से पीछा कर वाकी दरगाह परिसर से जब्त की।  मुख्य आरोपी प्रदीप उर्फ दादू देवधर ठाकुर (23), चिखली, कलमना निवासी भागने में सफल हो गया। इस कार से पुलिस ने एक नाबालिग को हिरासत में लिया है। कार में तीन युवतियां भी मिलीं। इनमें एक युवती फरार आरोपी प्रदीप की मित्र है, जबकि एक युवती नाबालिग की बहन है और एक अन्य युवती है, जो उनके साथ कार में घूमने गई थी। 

पुलिस भिलाई पहुंची, तो कार लेकर नागपुर आ गया : प्रदीप ने कार चुराने के बाद पहले भिलाई गया। जब कामठी पुलिस भिलाई पहुंची, तो वह कार लेकर नागपुर आ गया। करीब 15 दिन  वह फास्टैग कार्ड पर इधर-उधर घूमता और कुरेशी के घर से चुराई नकद राशि से कार में ईंधन भरता रहा। अंत में जब पुलिस ने  कामठी रोड पर मारुति शो-रूम चौक से उसका पीछा करना शुरू किया, तो वह वाकी दरगाह में कार छोड़कर फरार हो गया। पकड़े गई युवतियों और नाबालिग ने पुलिस को बताया कि, प्रदीप ठाकुर ने कार कामठी से चुराई थी। 

घर से चुराई थी कार, घड़ियां और नकद 10 हजार : प्रदीप ने 14 जुलाई को वैगनार कार (एम.एच.-40-बी.ई.-6494), नगद 10 हजार रुपए और दो महंगी घड़ियां चुराई थीं। इसमें एक महंगी घड़ी आरोपी प्रदीप के पास है। दूसरी घड़ी नाबालिग के पास मिली। पुलिस ने नाबालिग के घर की तलाशी में 8 घड़ियां, 1 रुपए के 500 सिक्के, 3 मोबाइल और एक दोपहिया वाहन (एम.एच.-36-पी.-7334) बरामद किया है। दोपहिया वाहन प्रदीप ने भंडारा से चुराया था। घटना से पूर्व अब्दुल कादिर 11 जुलाई को नागपुर अपने बेटे पास आए थे। इस दौरान यह घटना हुई। 

फास्टैग का पैसा खत्म होने पर फिर जमा किया : आरोपी फास्ट ट्रैग से जब टोल टैक्स दे रहे थे, तब प्रा. अब्दुल कादिर के बेटे के मोबाइल पर मैसेज आ रहा था। 15 जुलाई की तड़के करीब 4 बजे कार ने पहली बार मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश किया, तब फिर फास्टैग से पैसे कटने पर मैसेज आया, लेकिन उनका बेटा सोया हुआ था। इससे आरोपयों को पड़ोसी राज्य में भागने का मौका मिल गया। इधर पुलिस परेशान थी। फास्टैग कार्ड का पैसा खत्म होने पर अब्दुल कादिर के बेटे ने उसमें और पैसे जमा कर दिए, जिससे पुलिस को आरोपियों तक पहंुचने में मदद मिली।
 
 

Created On :   28 July 2021 2:53 PM IST

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