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विनयभंग मामले में रापनि अधीक्षक पांच साल बाद नामजद

डिजिटल डेस्क,अमरावती। स्थानीय राज्य परिवहन विभाग के अमरावती स्थित परिवहन शाखा में वाहक पद पर कार्यरत एक महिला कर्मचारी विभागीय यातायात अधीक्षक उमेश वाल्मीकि इंगले पर छेड़छाड़ के पांच वर्ष बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया हैै। घटना वर्ष 2017 की है। आरोप है कि महिला कंडक्टर उनके कक्ष में छुट्टी का आवेदन लेकर गई थी तो उसने इस महिला कंडेक्टर का अपने कैबिन में हाथ पकड़कर उसका विनयभंग किया था। बदनामी के डर से 2017 में घटित इस मामले की महिला वाहक ने शिकायत नहीं की थी। लेकिन जब अधीक्षक उमेश इंगले बार-बार उसे प्रताड़ित करने लगा तब इस महिला वाहक ने विशाखा समिति की महिला लैंगिक अत्याचार निवारण समिति में शिकायत दी।
इस समिति ने मामले की जांचपड़ताल करने के बाद कोतवाली पुलिस को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इस रिपोर्ट के आधार पर पांच वर्ष बाद 22 जून की रात 8 बजे उमेश इंगले पर धारा 354, 354 (ड) के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़ित महिला वाहक का कहना है कि परिवहन मंडल के विभागीय शाखा कार्यालय में वाहक पद पर कार्यरत रहते समय वर्ष 2017 में उसे अवकाश की जरुरत थी। जिससे वह अर्जी लेकर विभागीय अधीक्षक उमेश वाल्मिक इंगले (56) के कार्यालय में गई थी। वहां उमेश इंगले ने उसका हाथ पकड़ा जिससे वह घबरा गई और बदनामी के डर से उसने यह बात किसी को नहीं बताई। उसके बाद महिला वाहक पर वर्धा विभाग में घोटाले का आरोप हुआ। उस समय घोटाले में सजा कम कर देने के लिए उसी डिपो के एक वाहक के माध्यम से उमेश ने इस महिला को अकेले मिलने के लिए बुलाया। उसके बाद उमेश इंगले ने उसे फोन कर फिर मिलने बुलाया था। महिला का आरोप है कि घोटाला मामले में मदद करने के बहाने उमेश ने से ऑफिस के अलावा बाहर भी मिलने के लिए बुलाया था और उसका विनयभंग किया। आखिर बार-बार के इस अत्याचार से त्रस्त होकर इसमहिला कर्मचारी ने इसकी शिकायत विशाखा समिति में दर्ज की। विशाखा समिति के रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कोतवाली पुलिस ने बुधवार को इस मामले में उमेश इंगले पर मामला दर्ज किया है।
Created On :   24 Jun 2022 2:41 PM IST