बैंकों के खिलाफ मिलीं 1. 63 लाख शिकायतें, लिस्ट में 200 बैंकों के नाम

बैंकों के खिलाफ मिलीं  1. 63 लाख शिकायतें, लिस्ट में 200 बैंकों के नाम
बैंकों के खिलाफ मिलीं 1. 63 लाख शिकायतें, लिस्ट में 200 बैंकों के नाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लगभग 200 बैंकों की शिकायतें रिजर्व बैंक को मिली है । नागपुर समेत देश भर के बैंकों की एक जनवरी से 31 दिसंबर 2018 तक कुल 1. 63 लाख शिकायतें रिजर्व बैंक से की गई है। इनमें नागपुर में हेड ऑफिस वाले नागपुर सहकारी बैंक और शिक्षक सहकारी बैंकों की शिकायत भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 50256 शिकायतें  स्टेट बैंक के खिलाफ मिली हैं। यह जानकारी शहर के आईटीआई अभिकर्ता अभय कोलारकर की ओर से दायर की गई आरटीआई के जबाव में सेंट्रल पब्लिक इन्फॉरमेशन अधिकारी की ओर से उपलब्ध कराई गई है। ये सभी शिकायतें देश भर में नियुक्त किए गए बैकिंग लोकपाल को प्राप्त हुई हैं। नागपुर हेड ऑफिस वाले सहकारी बैंक और शिक्षक सहकारी बैंकों के खिलाफ दो-दो शिकायतें दर्ज हुई हैं। 

सबसे ज्यादा शिकायतें भुगतान में  देरी या कमी से संबंधित
बैंकों के खिलाफ शिकायताें में सबसे ज्यादा शिकायतें भुगतान में देरी या कमी से संबंधित हैं। इसके साथ ही चेक जमा करने, भुनाने में देरी, आरबीआई के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन, बगैर सूचना के लेवी काटने, खाता खोलने से इनकार करने, पेंशन का भुगतान नहीं करने या देर से करने, बगैर पूर्व सूचना के खाता बंद करने, लोन देने में देर करने जैसी शिकायतें शामिल हैं। 

निजी बैंकों के खिलाफ भी शिकायतें
सूची में सरकारी बैंकों के साथ-साथ निजी बैंकों के नाम भी शामिल हैं। स्टेट बैंक के बाद सबसे ज्यादा शिकायतें एचडीएफसी के खिलाफ 12832, आईसीआईसीआई के खिलाफ 10752 शिकायतें मिली हैं। 
पंजाब नेशनल बैंक के खिलाफ 9899 शिकायतें दर्ज हुई हैं। इसके साथ ही सहकारी बैंकों और इंटरनेशनल बैंकों के खिलाफ भी शिकायतें दर्ज हुई हैं। एचएसबीसी, अमीरैट, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंकों के नाम भी सूची में दर्ज हैं। 

बैंक लोकपाल से शिकायत 
बैंकों के खिलाफ बैंक लाेकपाल से शिकायत से पूर्व संबंधित बैंक में लिखित में मामला उठाया जाना जरूरी है। शिकायत बैंक लोकपाल के कार्यालय या रिजर्व बैंक के वेबसाइट पर दर्ज कराई जा सकती है। 
 

Created On :   12 March 2019 1:20 PM IST

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