प्रदूषण कम होने का तापमान पर नहीं पड़ता कोई खास असर

Reduced pollution does not have any significant effect on temperature
प्रदूषण कम होने का तापमान पर नहीं पड़ता कोई खास असर
प्रदूषण कम होने का तापमान पर नहीं पड़ता कोई खास असर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र ही नहीं कई बार नागपुर देश के सबसे गर्म शहरों की सूची में रहता है। जबकि महाराष्ट्र और विदर्भ के अन्य शहर इतने गर्म नहीं होते हैं जितना नागपुर गर्म होता है इसका प्रमुख कारण है कि नागपुर भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से समतल एरिया में है। इसके अलावा यह समुंदर और पहाड़ों से दूर है। इसके अतिरिक्त नागपुर कर्क रेखा 23.5 डिग्री के पास करीब 21 डिग्री पर है ऐसे सभी कारणों की वजह से नागपुर पर गर्मी का ज्यादा असर देखने को मिलता है। कई लोग सवाल पूछ रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण कम हुआ है लेकिन तापमान बढ़ रहा है इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण का एक विशेष जगह पर प्रभाव पड़ता है तापमान से उसका ऐसा विशेष संबंध नहीं है।

इनका कहना है
देश की भौगोलिक स्थिति में नागपुर समतल जगह में है जहां से पहाड़ और समुंदर दूर है। कर्क रेखा के पास है जिसके मिले-जुले असर से ऐसा होता है। प्रदूषण से एक-आधा डिग्री का फर्क पड़ता है। तापमान लेने वाली यूनिट विमानतल पर लगी है वहां प्रदूषण नहीं है इसलिए उस पर फर्क नहीं पड़ना है।
एम.एल.साहू. उप महानिदेशक, मौसम विभाग नागपुर

जलवायु परिवर्तन होने में एक दशक मतलब करीब 10 साल लगते है जिसके बाद परिवर्तन देखने को मिलता है। लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण कम हुआ है ऐसे में तापमान में कमी आए ऐसा नहीं हो सकता है। गर्मियों में तापमान के अनुसार गर्मी पड़ना स्वाभाविक है।
कौस्तभ चटर्जी, संस्थापक, ग्रीन विजिल फाउंडेशन

प्रदूषण का तापमान बढ़ने से कुछ विशेष स्थानों पर संबंध रहता है। प्रदूषण कम होने पर तापमान कम होगा ऐसा निश्चित नहीं है। इतना जरुर है कि कुछ ऐसी जगह रहती है जहां अधिक प्रदूषण होने पर मामूली तापमान बढ़ा हुआ होता है लेकिन यह सब जगह के लिए आवश्यक नहीं है।
हेमा देशपांडे, उप आंचलिक अधिकारी, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

Created On :   28 May 2020 3:59 PM IST

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