ओवरबर्डन से थमा नदी का प्रवाह, संकट से घिरे गांववासी और किसान

River flow stopped due to overburden, villagers and farmers in distress
ओवरबर्डन से थमा नदी का प्रवाह, संकट से घिरे गांववासी और किसान
विशाल टीला ढहने से फजीहत ओवरबर्डन से थमा नदी का प्रवाह, संकट से घिरे गांववासी और किसान

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। वेकोलि माजरी क्षेत्र में नागलोन खुली कोयला खदान से मिट्टी का विशाल 400 फीट का टीला 23 मार्च को ढह  जाने से वह शिराना नदी तथा किसानों के खेत तक आ गिरा जिससेे नदी का प्रवाह पूरी तरह बंद है और नदी में 15-20 फीट की चट्टान बन गई है। इस संबंध में जलबिरादरी संगठन ने वेकोलि की शिकायत एमपीसीबी से की है। चंद्रपुर जिले के माजरी ओपन कास्ट खदान के पास वेकोलि ने बड़े ऊंचाई के ओवरबर्डन डम्प अवैज्ञानिक तरीके से बनाए हैं। नागलोन व पलसगांव के पास वेकोलि के ऊंचे ओवरबर्डन की मिट्टी शिरना नदी में गिर गई है। इससे नागलोन नाला और शिरना नदी का संगम बंद पड़ गया। शिरना नदी उत्तर से आने वाली एक बहुत ही महत्वपूर्ण नदी है व यह वर्धा नदी की एक सहायक नदी है।

शिरना नदी व नागलोण नाला संगम से महज 300 मीटर की दूरी पर पलासगांव गांव है। इस नदी के बंद होने से बैकवाॅटर बनेगा। इससे पलासगांव व खेती दोनों के लिए बड़ा संकट निमार्ण हुआ है। नदी के बाढ़ नियंत्रण रेखा का विचार भी नहीं किया गया है। नदी के पात्र में ऊंचे ओवर बर्डन्स डंप किये गए हैं। इन सबका गंभीर परिणाम इस क्षेत्र के नदी तंत्र और कृषि पर पड़ा है, और समग्र पर्यावरणीय स्थिति खतरनाक हो गई है। इसलिए वेकोलि पर इन्वायर्नमेंट एक्ट, प्रेवेशन ऑफ वॉटर पॉल्युशन कंट्रोल एक्ट 1974 का उल्लंघन करने के कारण तत्काल कार्रवाई कर "कन्सेंट टू ऑपरेट" रद्द करके पर्यावरणीय जुर्माना ठोके जाने की मांग जलबिरादरी संगठन ने एमपीसीबी से की है।

Created On :   29 March 2022 3:44 PM IST

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