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लक्षण वाले एंटीजन में निगेटिव निकले उनका फिर कराया आरटीपीसीआर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में मनपा व सरकारी कोविड टेस्टिंग सेंटरों पर सोमवार से बुधवार तक सभी के एंटीजन टेस्ट किए जाएंगे। सोमवार को सभी सेंटरों पर बड़े पैमाने पर एंटीजन टेस्ट किए गए। इस बीच एंटीजन टेस्ट में जो निगेटिव आए, लेकिन उनमें लक्षण थे ऐसे लोगों के दोबारा आरटीपीसीआर टेस्ट कराए गए। अनेक लोग थे, जिनमें लक्षण थे। फिर भी एंटीजन में निगेटिव आए। इनका आरटीपीसीआर टेस्ट कर उन्हें घर में रहने की सलाह दी गई। इनकी रिपोर्ट मंगलवार तक आने की उम्मीद जताई गई। उधर, अनेक लोगों को सेंटरों पर सोमवार को एंटीजन टेस्ट होने की जानकारी नहीं थे। वे सेंटरों पर पहुंचे, लेकिन आरटीपीसीआर टेस्ट की जिद्द पर अड़े रहे। उन्हें समझाने के बाद वे एंटीजन टेस्ट कर लौट गए।
गौरतलब है कि बुधवार तक सरकारी केंद्रों पर आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं होंगे। कोविड मरीजों की संख्या और टेस्ट बढ़ने के कारण आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट िवलंब से मिल रही है। मेडिकल, मेयो, एम्स, आरटीएम यूनिवर्सिटी की लैब में सैंपल बड़ी मात्रा में जमा हो गए हैं। बैकलॉक पूरा करने के 12 और 14 अप्रैल को ब्रेक लिया है, जबकि 13 अप्रैल को गुढ़ी पाड़वा का अवकाश है। इसलिए 3 दिन सरकारी कोविड टेस्टिंग सेंटर पर आरटीपीसीआर टेस्टिंग बंद रखे जाने की जानकारी है। इस दौरान सभी केंद्रों पर रैपिड एंटीजेन टेस्ट सेवा जारी रहेगी। इस बीच मनपा ने अपने 9 टेस्टिंग सेंटरों को भी बंद किया है। इससे पहले मनपा के 50 सेंटर थे। अब घटकर 41 रह गए है।
बसों में नहीं हो रहा कोविड नियमों का पालन
नागपुर शहर के साथ पूरे राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमन के कारण महाराष्ट्र से जानेवाली एसटी बसों को मध्यप्रदेश के लिए बंद किया गया था, कुछ निजी बसें चल रही थी। अब सख्ती के कारण निजी बसें भी मध्यप्रदेश नहीं जा रही है। रायपुर के लिए भी सरकारी व निजी बसें बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा राज्य के भीतर भी बसों की संख्या कम कर दी है। गंभीर बात यह है कि इन बसों में कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा। यात्री मुंह पर न मास्क लगा रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है।
राज्य में भी गाड़ियों की संख्या कम हुई महाराष्ट्र राज्य में चलनेवाली बसों की संख्या भी तेजी से कम हो रही है। सामान्य दिनों में एसटी की गोंदिया, यवतमाल, चंद्रपुर, गोंदिया मार्ग पर प्रतिदिन 210 बसें चलती थीं। वहीं अब केवल 60 बसें ही चलाई जा रही है। वहीं प्रायवेट बसों पर इन्हीं मार्ग पर सामान्य दिनों 200 से ज्यादा बसें चलाई जाती थीं, लेकिन अभी इनकी संख्या आधी हो गई है।
क्षमता से अधिक यात्री : नियमानुसार एस टी व प्रायवेट बसों में सीट के अनुसार ही यात्रियों को बैठाना जरूरी है। लेकिन बसें कम होने व पलायन के चक्कर में यात्री बढ़ जाने से बसों में क्षमता से ज्यादा यात्रियों को भरा जा रहा है। जिसके कारण कोरोना ब्लॉस्ट की आशंका पैदा हो रही है। यही नहीं किसी भी यात्रियों से आरटीपीसीआर नहीं मांगा जा रहा है।
एमपी बस स्टैंड पर सन्नाटा : सामान्य दिनों एमपी बस स्टैण्ड पर मध्यप्रदेश व रायपुर जानेवाली बसों का व यात्रियों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन सोमवार की शाम को पूरे बस स्टैण्ड पर सन्नाटा छाया था। केवल दो बसें खड़ी थी। मंडला व रायपुर जाने के लिए इनमें एक भी यात्री की उपस्थिति नहीं देखने मिली। वही शहर के एस टी बस स्टैण्ड में भी यात्रियों की बहुंत कम भीड़ देखने मिली। कई बसें खाली स्थिति में ही जा रही थी।
Created On :   13 April 2021 3:33 PM IST