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बैडमिंटन छात्रा का पैर काटने की नौबत, मेडिकल हास्पिटल में सामने आई घोर लावरवाही

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल में करीब डेढ़ माह पूर्व महज पैर के दर्द का इलाज करवाने आई बैडमिंटन खिलाड़ी रुखसार खान अब शायद कभी भाग-दौड़ नहीं कर पाएगी। उसके पैर में तेजी से फैल रहे इंफेक्शन के कारण डॉक्टर उसका पैर काटने की बात कह रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण स्थिति यहां तक पहुंच गई है। बताया गया है कि उसके पैर में कैंसर हो गया है और तेजी से पस (मवाद) भर रहा है। दूसरी तरफ डॉक्टर कह रहे हैं कि उसका इलाज चल रहा है। हड्डी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। कुछ रिपोर्ट आनी है, उसके बाद सही स्थिति का पता चल सकेगा। रुखसार गरीब परिवार से है और उसकी मां दूसरों के घरों में काम कर अपनी दो बेटियों की परवरिश कर रही है। रुखसार बैडमिंटन के स्कूल स्पर्धा में चैंम्पियन रह चुकी है।
पहले टीबी फिर कैंसर बताया
मेडिकल अस्पताल के वार्ड नंबर 17 में बेड नंबर 4 पर रुखसार रहीम खान भर्ती है उसके पैर की हड्डी में कैंसर बताया गया है। चिकित्सकों के अनुसार उसका पैर काटने की नौबत आ सकती है। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल अस्पताल में उसके उपचार को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। पहले रुखसार के पैर को लेकर वार्ड के डॉक्टरों ने आशंका जताई थी कि उसे टीबी हो सकती है। अब उसके पैर की हड्डी में कैंसर होने की बात पता चली है।
सैंपल लैब में भेजा था
डॉक्टरों के अनुसार रुखसार के पैर की हड्डी का सैंपल लिया गया है। इस सैंपल को मेडिकल की लैब के अलावा बाहर की लैब में भी जांच के लिए भेजा गया था। रुख्सार के पैर में इंफेक्शन तेजी से बढ़ रहा है। वार्ड के डॉक्टरों का कहना है िक इंफेक्शन दवाइयों से कम नहीं हुआ, तो पैर काटने की नौबत आ सकती है। रुख्सार को 4 अक्टूबर को मेडिकल अस्पताल में लाया गया था। करीब डेढ़ माह से वह मेडिकल अस्पताल में भर्ती है।
बैडमिंटन स्पर्धा में रह चुकी है अव्वल
ग्लोबल लॉजिक फाउंडेशन की ओर से बैडमिंटन स्पर्धा का आयोजन किया गया था। इस स्पर्धा में रुखसार ने पहला पुरस्कार हासिल किया था। वर्ष 2017 में वह दौड़ स्पर्धा में दूसरे नंबर पर थी। सरस्वती प्राथमिक स्कूल प्रसादनगर जयताला में पढ़ने वाली यह बच्ची खेलकूद के साथ पढ़ाई में काफी होशियार है।
हमने सैंपल लिया है
रुख्सार को बुखार रहता है। उसका वजन भी कम हो रहा है। उसके पैर की हड्डी का हमने सैंपल लिया है, कोई ऑपरेशन नहीं किया है। कुछ रिपोर्ट आनी बाकी है। उसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। उसके पैर को बचाने की कोशिश में हम लोग लगे हुए हैं। -डॉ. अप्रतिम दीक्षित, मेडिकल अस्पताल
तेजी से बढ़ रही सड़न
कौसर ने बताया कि उनकी बेटी के पैर की हड्डी के टुकड़े का सैंपल लिए जाने के बाद से पैर में मवाद तेजी से भर रहा है। डॉक्टरों ने उसके पैर का पस निकाला है। कौसर व उनके परिजनों का आरोप है कि अब डॉक्टर उसके पैर काटने की बात कर रहे हैं। अभी भी रुखसार को लेकर वार्ड के डॉक्टर गंभीर नहीं हैं। उसके शरीर का वजन घटने लगा है। इलाज के नाम पर बस डॉक्टर खानापूर्ति कर रहे हैं। उसके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह अपनी बेटी का बाहर इलाज करा सकें। गुरुवार को सुबह सिटी स्कैन के लिए बुलाया था। दोपहर पौने 2 बजे तक भूखे-प्यासे वह बैठी रही। उसके बाद उसे वापस लौटा दिया गया। रात करीब 8 बजे उसका सिटी स्कैन किया गया।
Created On :   23 Nov 2018 12:26 PM IST