कोरोना मरीजों के संक्रमण को फैलने से रोकने बनाया सुरक्षा कवच

Safety shield made to prevent infection of corona patients
कोरोना मरीजों के संक्रमण को फैलने से रोकने बनाया सुरक्षा कवच
कोरोना मरीजों के संक्रमण को फैलने से रोकने बनाया सुरक्षा कवच

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को कोरोना का खतरा रहता है ऐसे में उसको लाने- ले जाने के लिए एक सुरक्षा कवच तैयार किया गया है जो उसके संक्रमण को दूसरे में फैलने से रोकेगा। विशेष बात यह है कि इस सुरक्षा कवच (यातायात व्यवस्था) में उसको एक से दूसरी जगह शिफ्ट करने से लेकर उसकी जांचों को भी किया जा सकता है। केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने लोकार्पण कर याताायत व्यवस्था को इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) के अधिष्ठाता डॉ.अजय केवलिया को सौंप िदया।

किसी भी कोरोना मरीज को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना भी सामान्य लोगों के लिए जानलेना हो सकता है। ऐसे में मरीज को एंबुलेंस में ले जाना, उसको एक बेड से दूसरे बेड पर ले जाना, सामान्य वार्ड से अतिदक्षता विभाग में शिफ्ट करना। वहीं, उपचार के िलए एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई जैसी जांचों को करते समय वह कई बार लोगों के संपर्क में आता है। इससे वहां के नर्सेस, डॉक्टर और ड्राइवर, सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी अन्य लोगों के संपर्क में आने का खतरा बना रहता है। ऐसी परिस्थिति में मरीज को बिना किसी के संपर्क में आए एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए यह सुरक्षा कवच बनाया गया है। इसमें मरीज का एक पारदर्शी बंद उपकरण में रखा जाता है जिसमें हमेशा मरीज को ऑक्सीजन सप्लाई होती है और किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है। इतना ही नहीं मरीज उसमें रहकर बात ही नहीं कर सकता बल्कि वेंटीलेटर पर होने के बाद भी उसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। इसे बनाने वाले ऑरियस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस का दावा है कि यह मेक इन इंडिया है। डॉ. अनंत सिंह राजपूत, डॉ. परीक्षित महाजन और डॉ अमोल कड़ू की संकल्पना, विचार, आविष्कार और मेहनत से यह उपकरण बनाया गया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. विकास महात्मे सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Created On :   2 April 2020 9:01 PM IST

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