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संविधान का उलंघन हुआ तो जाएंगे कोर्ट, सदन में बहुमत साबित करेंगे

डिजिटल डेस्क , मुंबई। शिवसेना के बागियों विधायकों के गुट ने कहा है कि हम आज भी शिवसेना में हैं और आगे भी शिवसेना में रहेंगे। हम किसी दूसरे दल में विलय नहीं करेंगे। शनिवार को गुवाहाटी में हुई शिंदे गुट की पहली प्रेस कांफ्रेस में शिवसेना विधायक दिपक केसरकर ने कही। उन्होंने कहा कि हमनें विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी क्षिरवाल को पत्र भेज कर अलग गुट के तौर पर मान्यता देने की मांग की है। केरसकर ने कहा कि 16 विधायक 50 विधायकों के समर्थन वाले नेता को विधायक दल नेता पद से नहीं हटा सकते। गुवाहाटी के होटल से आयोजित ऑनलाईन प्रेस कांफ्रेस में केसरकर ने कहा कि हम शनिवार-रविवार को छुट्टी का दिन देख कर बागी विधायकों को नोटिस दिया गया है।
विधायकों के कार्यालय तोड़े गए हैं। महाराष्ट्र में दंगे हो रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से अपील करुंगा कि वे इसे रोके। संविधान का उलंघन होगा तो अदालत जाएंगे। हम बाला साहेब ठाकरे के बताए रास्ते पर चलेंगे। हमारे पास दो तिहाई बहुमत है। उस दिन शिवसेना की बैठक में मैं था, केवल 16 विधायक आए थे। हम किसी दूसरे दल विलय नहीं करेंगे। केसकर ने बताया कि हम शिवसेना (बाला साहेब) के नाम से अलग गुट की मान्यता चाहते हैं। लेकिन यदि बाला साहेब के नाम पर उनको (उद्धव गुट) को एतराज है तो हम अपने गुट का नाम ‘शिवसेना’ ही रखेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की जरुरत पड़ी तो हम राज्यपाल के सामने विधायकों को पेश करेंगे। हमारे पास बहुमत है। हम विधानसभा सदन में बहुमत पेश करेंगे। एक सवाल के जवाब में केसरकर ने कहा कि हम उचित समय पर मुंबई आएंगे और बहुत साबित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बगावत के पीछे भाजपा का कतई हाथ नहीं है।
गुवाहाटी आने से पहले उद्धव से की थी बात
शिवसेना के बागी नेता केसरकर ने कहा कि मुंबई से गुवाहाटी जाने से पहले मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की थी पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हमनें मुख्यमंत्री स उनका इस्तीफा नहीं मांगा था। हम तो केवल यही चाहते थे कि शिवसेना-भाजपा मिल कर सरकार बनाए। केसरकर ने कहा कि महा आघाडी सरकार में राकांपा हमें खत्म कर रही थी।
Created On :   25 Jun 2022 7:23 PM IST