नागपुर के डाक्टरों को सेल्यूट : डॉक्टर हर समय मरीजों की सेवा के लिए हाजिर हैं

Salute to doctors of Nagpur: Doctors are present all the time to serve the patients.
नागपुर के डाक्टरों को सेल्यूट : डॉक्टर हर समय मरीजों की सेवा के लिए हाजिर हैं
नागपुर के डाक्टरों को सेल्यूट : डॉक्टर हर समय मरीजों की सेवा के लिए हाजिर हैं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। डॉक्टरों के कठिन परिश्रम और प्रयास से डरे, घबराए मरीजों के चेहरे पर मुस्कान लौट रही है। मरीज ठीक होकर अपने घर जाएं, इसके लिए डॉक्टर 24 घंटे 7 दिन ड्यूटी करते हुए कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। मरीज़ों के इलाज में जुटे ये डॉक्टर कोरोना से संक्रमित भी हो रहे हैं, लेकिन उनका हौसला कम नहीं हो रहा है। वे ठीक होकर पुन: मरीजों की सेवा में लग जा रहे हैं। इसके लिए उनके परिजन उन्हें प्रेरित कर रहे हैं। डॉक्टर पेशे में पहले मरीज की सेवा करना, फिर बाकी काम। इस सोच के साथ हर डॉक्टर कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपना फर्ज निभा रहा है। दैनिक भास्कर ने ऐसे ही कुछ डॉक्टरों से चर्चा की तो उन्होंने अपने अनुभव साझा किए कि कोरोना काल में वे किस तरह सेवाएं दे रहे हैं।

इलाज करना पहला कर्तव्य 
डॉक्टर होने के नाते हम मरीजों का इलाज करने के साथ ही उन्हें मोटिवेट भी करते हैं, ताकि उनका हौसला बना रहे। पिछले वर्ष 1 अप्रैल को एक महिला आई थी, उसकी डिलीवरी होने वाली थी। चेकअप करने पर वह पॉजिटिव थी। हमने महिला की डिलीवरी कराई। हमारा काम मरीज की सेवा करना है। हर रोज नए-नए टास्क हमारे सामने आते हैं। कोरोना वार्ड में मरीजों के इलाज के साथ ही उन्हें मोटिवेट भी करते हैं, ताकि मरीज जल्दी ठीक हो सकें। मरीज के परिजन चिंतित न हों, इसलिए उनकी काउंसलिंग भी करते हैं। कोरोना का इलाज करने के लिए कई घंटे पीपीई किट पहने रहने से काफी दिक्कतें भी होती हैं, लेकिन परिवार वालों ने हमेशा सपोर्ट किया। मरीजों का इलाज करना पहला कर्तव्य है। इसी हौसले के साथ हर दिन हम अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। - डॉ. रजत अग्रवाल, अध्यक्ष मार्ड मेयो
 
दो बार संक्रमित होकर भी कर रही ड्यूटी
इंटर्नशिप पूरी होने के पांच महीने बाद ही कोरोनाकाल आ गया। मैंने शुरुआत से ही कोरोना वार्ड में ड्यूटी शुरू की। कोरोना बीमारी में मरीजों के इलाज के दौरान अब तक दो बार कोरोना संक्रमित भी हुई, लेकिन जज्बा कायम रहा। कोरोनाकाल में कई घंटे तक लगातार ड्यूटी कर रही हूं। हर मरीज को बराबर सुविधा और ट्रीटमेंट मिले, हम इस बात का ध्यान रखते हैं। कोरोनाकाल में परिजनों ने सबसे ज्यादा ख्याल रखा। घर आने के बाद प्रॉपर डाइट के साथ ही कमरे में पूरी व्यवस्था कर देते हैं।  हमारी मरीजों से गुजारिश है कि अपना ध्यान रखें। मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और हाथों को बार-बार धोएं। अपने तथा अपने परिवार की सुरक्षा करें। घबराएं नहीं, हम डॉक्टर पूरे समय मरीजों की सेवा के लिए हाजिर हैं। - डॉ. सोनाली चव्हाण, असिस्टेंट प्रोफेसर, जनरल मेडिसिन, मेयो
 
थोड़े भी लक्षण दिखते हैं तो जांच कराएं : डॉ. जोशी
शहर में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसको देखते हुए जिले में परेशानी बढ़ती जा रही है। जिले में संक्रमण दर दोगुना हो गई है। इसको देखते हुए नागरिकों को परेशानी से बचने के लिए डॉक्टरों ने कुछ सलाह दी है। वर्तमान में कोरोना के लक्षण बदल गए हैं। इसको लेकर इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल के मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉ. प्रशांत जोशी से बात की, जिसमें उन्होंने कई विषयों पर जानकारी दी। डॉ. प्रशांत जोशी ने बताया कि वर्तमान में कोविड के लक्षणों में बदलाव आया है। इसमें बुखार के साथ लूज मोशन, कमजोरी, बदनदर्द, हल्की सर्दी-खांसी और गले में दर्द की समस्या ज्यादा है। ऐसे में कई लोग लापरवाही कर देते हैं। कोविड में यदि थोड़े भी लक्षण देखने को मिलते हैं। जैसे- हल्की सर्दी होती है या हल्का बदन दर्द होता है तो सोचते हैं कि थोड़ा ही हुआ है। ज्यादा काम कर लिया इसलिए बदन दर्द हो रहा होगा। ऐसे में स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। इसलिए जैसे ही लक्षण दिखने लगे तो तुरंत कोविड की जांच कराएं। इससे अपने साथ-साथ दूसरे लोगों को भी संक्रमित करने से बच सकते हैं। 
 

Created On :   24 April 2021 9:30 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story