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रेत माफियाओं ने लगाया जुगाड़ : नाव में मोटर लगाकर निकाल रहे रेत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के सावनेर तथा पारशिवनी तहसील के कुछ घाटों पर रेत माफियाओं की सक्रियता तेज हो गई है। इस बार उन्होंने रेत चोरी का नया फंडा निकाला है। कन्हान नदी से नाव में मोटर लगा कर वे धड़ल्ले से रेत चोरी कर रहे हैं। करोड़ों रुपए के राजस्व की रोजाना चपत लग रही है। हैरत इस बात की है कि बड़े पैमाने पर रेत चोरी होने के बावजूद पूरा सरकारी महकमा इससे बेखबर है।
अधिकारियों की मिलीभगत
बीते कुछ सप्ताह से क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कन्हान नदी में बाढ़ आ गई है। इस कारण नदी से रेत निकाल पाना नामुमकिन हो गया है। मगर रेत माफियाओं ने इसके लिए नई तरकीब लगाई है। चर्चा है कि रेत चोरी के इस खेल में क्षेत्र के राजस्व व खनिकर्म विभाग के अधिकारियों की भी मिलीभगत है।
यह है नई तरकीब
नई तरकीब के तहत रेत माफियाओं द्वारा रेत निकासी के लिए बाकायदा बोट का इस्तेमाल किया गया है। बोट को भारी हॉर्स पावर के मोटर से जोड़ा गया है। पाइप का एक छोर कन्हान नदी के मिड स्ट्रीम में छोड़ा गया है तथा दूसरे छोर को नदी के किनारे बनाए गए एक बड़े गड्ढे में छोड़ा गया है। मोटर शुरू होते ही रेत गड्ढे में जमा होने लगती है। गड्ढे की जमा रेत को पोकलेन मशीन से ट्रकों में भर कर बेचा जा रहा है। बताया जा रहा है कि रोजाना 60 से 70 ट्रक रेत निकासी की जाती है। एक अनुमान के मुताबिक रोजाना लगभग 20 लाख का खेल हो रहा है। मोटर बोट से रेत निकालने का गोरखधंधा सावनेर के रायवाड़ी व पारशिवनी के पिपला घाट से चल रहा है।
खतरा... नदी में हुए बड़े-बड़े गड्ढे
मोटर बोट से बीच नदी से रेत निकासी से ‘नदी तल’ में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। मवेशियों तथा मछुआरों की जान को इससे खतरा हो सकता है। गौरतलब है कि खनिकर्म विभाग ने रेत उत्खनन के लिए पोकलेन मशीन अथवा मोटर बोट जैसी मशीनों से उत्खनन पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद रेत माफिया कुछ नेताओं के वरदहस्त से अधिकारियों की जेब गरम कर रेत उत्खनन कर रहे हैं। इसके पूर्व भी रेत माफियाओं द्वारा मैजिक पेन का इस्तेमाल कर राज्य सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा चुके हैं।
आम जनता हलाकान
आए दिन रेत की कमी के चलते रेत के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में रेत माफियाओं द्वारा ऐन-केन तरीके से उत्खनन कर रेत ऊंचे दामों पर बेची जा रही है और खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
नियमों को ठेंगा
यहां एक बात और याद दिला दें कि खनिकर्म विभाग ने ही रेत घाट मालिकों को बरसात में नदियों में पानी भरा रहने से घाटों के 5 किलोमीटर के दायरे में रेत इकट्ठा कर बेचने की अनुमति प्रदान की थी। इसके बावजूद सावनेर क्षेत्र में रेत घाट मालिकों ने नियमों को दरकिनार कर रेत स्टॉक कर बेच दी। अभी भी क्षेत्र में सड़क के किनारे या किसी के खेत तथा खाली जगह में बड़े पैमाने पर अवैध तरीके रेत स्टॉक कर रख गया है। नई जिलाधिकारी व सावनेर का राजस्व तथा पुलिस अधिकारी इससे अनभिज्ञता जता रहे हैं।
जानकारी लेकर कार्रवाई करूंगी: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी विमला आर. ने कहा कि फिलहाल इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं है। तथ्य पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। जिला खनिकर्म अधिकारी गजानन कामडे ने भी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
Created On :   4 Aug 2021 2:11 PM IST