अस्पताल में नहीं सैनेटरी नैपकीन, दो वर्षों से बंद है आपूर्ति

Sanitary napkin and his vending machine have not in government hospitals
अस्पताल में नहीं सैनेटरी नैपकीन, दो वर्षों से बंद है आपूर्ति
अस्पताल में नहीं सैनेटरी नैपकीन, दो वर्षों से बंद है आपूर्ति

डिजिटल डेस्क, चांदूर रेलवे(अमरावती) । सैनेटरी नैपकीन की वेंडिंग मशीन जगह-जगह लगवाकर सरकार जहां लड़कियों की समस्या का हल निकालने की कोशिश में जुटी हुई है वहीं अमरावती के एक ग्रामीण अस्पताल में ही सैनेटरी नैपकीन की किल्लत से जूझने की नौबत आन पड़ी है। बीते दो वर्षो से तहसील के ग्रामीण इलाकों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सैनेटरी नैपकीन की आपूर्ति बंद होने से महिलाओं का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है।

2 वर्षों से बंद है वितरण
बता दें कि करीब दो वर्ष पहले तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सरकार की ओर से अल्प दरों में सैनेटरी नैपकीन पैड का वितरण किया जा रहा था। आशा सेविकाओं द्वारा ५ रुपयों में इसका वितरण किया जा रहा था। लेकिन बीते दो वर्षो से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सैनेटरी नैपकीन की आपूर्ति करना बंद किए जाने से महिलाओं को निजी मेडिकल दुकानों से सैनेटरी नैपकीन खरीदना संभव नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण इलाकों की ज्यादातर महिलाएं दिहाड़ी मजदूरी करनेवाली होती है, ऐसे में इन महिलाओं को महंगी सैनेटरी नैपकीन खरीदना संभव नहीं होता है। इसलिए सरकार की ओर से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सैनेटरी नैपकीन की आपूर्ति कराकर अल्प दरों में महिलाओं के लिए उपलब्ध कराने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। 

योजना का नियोजन जारी
अस्मिता योजना का परिपत्र अबतक हमे प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि योजना का नियोजन किया जा रहा है। यह योजना बचत समूह और जिप स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाया जाएगा। किंतु अबतक किसी भी तरह की आपूर्ति सरकार  की ओर से नहीं की गई है। 
कैलास घोड़के, महिला बालविकास उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिप अमरावती

सैनेटरी नैपकीन उपलब्ध करवाएं
चांदूररेलवे तहसील महिला कांग्रेस कमिटी की ओर से महिलाओं के लिए मेडिकल में जाकर सैनेटरी नैपकीन खरीदकर वह नि:शुल्क वितरण किया गया। वहीं वहीं सरकार की ओर से जल्द से जल्द सैनेटरी नैपकीन अल्प दरों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कराने की मांग की गई।
वर्षा देशमुख, पूर्व पंस सभापति

Created On :   5 March 2018 2:35 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story