सरपंच ने कटवा दिए हरेभरे 150 पेड़, पीडि़त ने तहसीलदार को दिया आवेदन, कार्रवाई की मांग

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
मध्य प्रदेश सरपंच ने कटवा दिए हरेभरे 150 पेड़, पीडि़त ने तहसीलदार को दिया आवेदन, कार्रवाई की मांग

डिजिटल डेस्क, रना कला। आगामी दिनों में नर्मदा तट और अन्य स्थानों में सात करोड़ से अधिक पौधरोपण किए जाने की शासन की योजना है वहीं जिले में हरे भरे पेड़ों के काटे जाने का सिलसिला जारी है। बरघाट जनपद की ग्राम पंचायत जनमखारी में बिना किसी अनुमति के निजी जमीन में लगे डेढ़ सौ पेड़ों को एक ही दिन में काट डाला गया। जिसके बाद पीडि़त ने सरपंच पर सख्त कार्रवाई किए जाने और मुआवजे की मांग की है।

क्या है मामला

तहसीलदार बरघाट को दिए गए आवेदन मे धर्मेन्द्र पटले एवं देवेन्द्र पटले ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत जनमखारी सरपंच के द्वारा  उनकी निजी भूमि स्वामी हक भूमि खसरा नम्बर 175, 176, 178/1, 177/1,  180 रकबा क्रमश: 0.07 0.25, 0.28, 4.60, 0.19  हेक्टेयर में वन विभाग, उद्यानिकी विभाग और निजी रूप से पौधों की खरीद कर पौधरोपण किया जा रहा था। लगभग १५० की संख्या में स्थित इन पौधों की उम्र ३०-४० वर्ष तक थी। जिसमें बेर, पलाश, इमली, नीम, आम, सागौन के साथ फ लदार  वृक्ष  थे जिन्हे  बिना  सूचना दिए पंचायत और सरपंच निधि मड़ावी द्वारा राजनीतिक दुर्भावना रखते हुए शुक्रवार को कटवा दिया गया। इन वृक्षों से उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त होता था। किसान के द्वारा लाख की खेती भी की जाती थी।

की जाए सख्त कार्रवाई

तहसीलदार बरघाट को दिए आवेदन में पीडि़त किसानो ने सरपंच को पद से पृथक किए जाने के साथ ही क्षति पूर्ति  दिलाए जाने की मांग की है। अपनी भूमि पर लगे पेड़ो तक के लिए वन विभाग से अनुमति ली जाती है लेकिन यहां पर इस तरह की किसी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।

इनका कहना है

  बरघाट के तहसीलदार अमित रिनाहिते ने कहा कि आवेदन प्राप्त हुआ है। जिसकी जांच कराईं जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

Created On :   9 Jan 2023 11:02 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story