- 100वां टेस्ट पूरा करने पर राष्ट्रपति ने ईशांत को भेंट की स्पेशल कैप और स्मृति चिन्ह
- कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया गया तो संसद का करेंगे घेराव : टिकैत
- खुशखबरी: रेलवे शुरू कर रहा है 11 स्पेशल ट्रेनें
- गोल्फर टाइगर वुड्स सड़क दुर्घटना में घायल, तेज स्पीड में चला रहे थे गाड़ी, डिवाइडर से टकराकर पलटी
- गाजीपुर बॉर्डरः अपने गांव से किसान ला रहे कूलर और पंखे, लंगरों में अब बंटने लगा मट्ठा
देवास : किसान का आरोप- ओवरटेक के लिए साइड नहीं मिली तो SDM ने पिटवाया
डिजिटल डेस्क, देवास। देश में किसानों की क्या स्थिति है। यह किसी से छिपी नहीं है। अपनी फसलों के उचित दाम न मिलने से तो किसान परेशान रहता ही है। इसके अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं, जिससे किसान रात-दिन जूझता रहा है। कभी उसे खाद और बीज के लिए सरकारी सोसाइटियों का चक्कर लगाना पड़ता है तो कभी मुआवजा और सब्सिडी के लिए अधिकारियों की कृपा का इंतजार करना पड़ता है। अक्सर फसलों पर मौसम की मार झेलने वाला किसान आर्थिक तंगी से तो जुझता ही है, इसके साथ-साथ उसे कभी मंडियों में व्यापारियों के बेरूखे व्यवहार का सामना करना पड़ता है तो कभी राह चलते कोई बड़े पद का अधिकारी उसे फटकार लगा देता है।
ऐसा ही एक वाकया देवास जिले से सामने आया है। यहां देवास-राजोदा रोड पर SDM के कहने पर एक किसान की सिर्फ इसलिए पिटाई कर दी गई क्योंकि साहब की गाड़ी निकलने के लिए किसान समय पर साइड नहीं दे पाया। दरअसल, राजोदा गांव के किसान अनिल ठाकुर देवास मंडी में चने बेचकर अपने घर की ओर आ रहे थे। उसी समय, देवास-राजोदा रोड पर मीठा तालाब के पास से SDM का काफिला गुजर रहा था। किसान अनिल ने जब SDM की गाड़ी का हॉर्न सुना तो उसने ट्रैक्टर की स्पीड कम की, हालांकि संकरा रोड होने के चलते अनिल समय पर साइड नहीं दे पाए। जैसे ही उन्होंने SDM की गाड़ी निकालने के लिए साइड दी, तो SDM के ड्राइवर ने ओवरटेक कर गाड़ी को ट्रैक्टर के सामने खड़ी कर दी और उतरकर सीधे किसान को थप्पड़ लगा दिए।
किसान अनिल का कहना है कि वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही SDM के ड्राइवर ने गाली-गलौच के साथ थप्पड़ मारना शुरू कर दिए। किसान ने यह भी बताया कि ड्राइवर को यह करने के लिए SDM पुरुषोत्तम खुद कह रहे थे। किसान ने बताया, 'SDM गाड़ी के अंदर से गाली दे रहे थे और मुझे मारने के लिए ड्राइवर को कह रहे थे। मैंने जब इसका विरोध किया तो वे थाने ले जाने की बात करने लगे।'
किसान के साथ हुई इस मारपीट के बाद गांववासियों ने इसका जमकर विरोध किया। बड़ी संख्या में ग्रामीण देवास की अनाज मंडी क्रमांक-2 में इकट्ठे हो गए। यहां पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार सुरेन्द्र पटवा एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। किसानों ने यहां सुरेन्द्र पटवा से इस मामले में कार्रवाई करने की बात की, जिसके बाद राज्यमंत्री ने किसानों को तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।