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रार घाट में मिला पेंथर का शव, बीमारी से मौत होने की आशंका

डिजिटल डेस्क, सतना। परसमनिया पठार के रारघाट जंगल में एक पूर्ण वयस्क पेंथर का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृत पेंथर की उम्र 7 से 8 साल बताई गई है। सूचना मिलते ही वन विभाग का पूरा अमला मौके पर पहुंचा। पहले तो शिकार की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन पेंथर की लाश का बारीकी से परीक्षण करने के बाद बताया गया कि उसके सभी अंग सलामत हैं और कहीं पर ना तो घाव का निशान है और ना ही जले-कटे का ही। लिहाजा प्रथम दृष्टया इसे किसी बीमारी से हुई मौत माना जा रहा है। वन संरक्षक राजीव मिश्र ने मौके पर लाश का निरीक्षण करने के बाद कहा कि व्हाइट टाइगर सफारी में वेटनरी कालेज रीवा तथा सफारी के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा तथा जांच के लिए बिसरा जबलपुर भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का असली पता चलेगा। पेंथर की लाश मुकुन्दपुर भेज दी गई है। शिकार की आशंका की वजह से वन विभाग का डॉग स्क्वाड भी ले जाया गया, लेकिन वह किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा।
मौत के पहले पानी पिया
पेंथर की लाश रारघाट के कक्ष क्रक्रमांक 467 में जोगिया नाला के किनारे गुलमेंहदी की झाड़ी में पड़ी हुई थी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि नाले के किनारे पेंथर के पगमार्क मिले हैं, जिससे यह साबित होता है कि मौत के पहले वह नाले में पानी पीने गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि पेंथर की मौत 8 से 10 घंटे पहले होने का अनुमान है। उसके मुंह से ना तो झाग निकला और ना ही किसी अन्य तरह के निशान देखे गए। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि निमोनिया जैसी किसी बीमारी के कारण उसकी मौत हुई है।
भाग खड़ा हुआ बीट गार्ड
जिस जगह पर पेंथर की लाश पड़ी हुई थी, उसी तरफ से सबसे पहले प्लांटेशन का बीट गार्ड जा रहा था और जब उसकी नजर पड़ी तो उसके होश उड़ गए तथा सिर पर पैर रखकर भाग खड़ा हुआ। प्लांटेशन के अंदर पहुंचकर उसने अपने दूसरे साथी को बताया, तब दोनों साथ में कुछ दूर तक आए और दूर से ही पत्थर पटक कर आवाज की। किसी तरह की हलचल नहीं होने पर और करीब आए, तब उन्हें गुलमेंहदी की झाड़ी के बीच पेंथर पड़ा दिखा। पत्थर मारने पर भी उसमें हरकत नहीं हुई, तब करीब आकर देखा और उसकी सूचना रेंजर रमाशंकर त्रिपाठी तथा अन्य अधिकारियों को दी।
मौजूद हैं 7 तेंदुए
परसमनिया पठार के जंगल में 7 तेंदुए देखे गए थे। साल के शुरू में की गई गणना के दौरान जिले भर में 36 और पठारी क्षेत्र में इन तेंदुओं की संख्या मालुम हुई। अभी 4 दिन पहले एक मादा तेंदुआ अपने 3 बच्चों के साथ इसी जंगल में देखी गई थी। यह जब तब पालतू मवेशियों का शिकार भी करते हैं। जंगली नालों में पानी पीने के लिए तेंदुए आते-जाते रहते हैं, वहीं गीली मिट्टी में बने पगमार्क इनकी आसपास में मौजूदगी के सबूत होते हैं।
इनका कहना है-
परसमनिया रारघाट से होकर बहने वाले जोगिया नाला के किनारे पूर्ण वयस्क नर पेंथर की लाश मिली है। लाश में किसी भी तरह के जख्म, जले-कटे अथवा जहर आदि के चिन्ह नहीं मिले हैं। लाश मुकुन्दपुर स्थित सफारी ले जाई गई है, वेटनरी डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा तथा बिसरा जांच के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण पता चलेगा। -राजीव मिश्र वनमंडलाधिकारी
Created On :   19 Nov 2018 1:02 PM IST