कचरे से मुनाफा कमाएगी नगर पालिका, PPP मोड पर संयंत्र लगाने की तैयारी

Seoni Municipality will make profit from waste
कचरे से मुनाफा कमाएगी नगर पालिका, PPP मोड पर संयंत्र लगाने की तैयारी
कचरे से मुनाफा कमाएगी नगर पालिका, PPP मोड पर संयंत्र लगाने की तैयारी

भास्कर न्यूज सिवनी ।  जिला मुख्यालय की सीमा से सटे कंडीपार गांव में इन दिनों ग्रामीणों का हाल बेहाल है। वजह है नगरपालिका द्वारा फेंका जाने वाला कचरा। इस कचरे के कारण ग्रामीणों को बीमारियों, मक्खियों-मच्छरों का डर लगातार सताता रहता है। बीते साल में एक किशोर की मौत गांव में फैले डायरिया के कारण हो गई थी। वहीं नगरपालिका अब इस कचरे के निष्पादन के लिए बेलन फटका मशीन सहित दूसरे उपायों की बात कर रही है। नगरपालिका कुछ कंपनियों से बात कर रही है जो कचरे को खरीद ले ताकि कचरे का निष्पादन होने के साथ साथ नगरपालिका को आवक भी हो सके।इस मामले पर नगर पालिका सीएमओ नवनीत पांडेय ने बताया है कि नगर पालिका को इस मामले की गंभीरता की जानकारी है। नगर पालिका बेलन और फटका मशीन लगाने वाली है। ट्रेचिंग ग्राउंड बनाकर बेलन फटका मशीन स्थापित की जाएगी। जो प्लास्टिक कचरे को अलग कर सीमेंट उद्योग आदि में भेजेगी। सीएमओ पांडेय का कहना है कि वे पीपीपी मोड पर दो कंपनियों को इस कचरे के निष्पादन के लिए बात कर रहे हैं। ताकि कचरे का उठाव और निष्पादन हो सके। बदले में नगर पालिका को भी कुछ राशि मिल सकेगी जिसे शहर विकास के कामों में खर्च किया जाएगा।
कचरे से परेशान लोग
सिवनी शहर से लगभग पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित कंडीपार गांव के लोग इन दिनों खासे परेशान हैं। दरअसल बीझावाड़ा और गांव की सीमा के पास नगरपालिका का रोज निकलने वाला कचरा डंप किया जाता है। इस कचरे के पहाड़ के कारण हर रोज यहां से निकलने वाले लोगों और स्कूली छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कचरे की बदबू और कचरा जलाने से निकलने वाले धुएं के कारण ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जबसे गांव में कचरा डंप किया जाना शुरू हुआ है तब से गांव में मच्छरों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। गांव की आंगनबाड़ी संचालिका सुरमैया बरमैया ने बताया कि पिछले वर्षगांव में  आठवीं पढऩे वाले एक बच्चे रामकिशोर आदिवासी की मौत डायरिया से हो गई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने एक शिविर भी लगाया था। गांव के महा लाल पंद्रे का कहना है कि गांव में इस कचरे के कारण फिर खराब हालात हो सकते हैं। संजू बरमैया ने बताया कि कचरे के कारण बदबू और मच्छर-मक्खियों के कारण ग्रामीण अक्सर बीमार पड़ते रहते हैं।
खेतों और गांव में आ रहा है कचरा
नगर पालिका के कचरे से निकलने वाली पन्नियां और दूसरा कचरा हवा के साथ उड़ कर इधर-उधर फैलता रहता है। जिस जगह कचरा डंप हो रहा है उसके पास ही ग्रामीणों के खेत हैं। इस कचरे की पन्नियां उड़कर खेत में पहुंच जाती हैं और खेत की उर्वरा शक्ति को प्रभावित कर रही हैं। वहीं कचरे को बीनने के लिए कुछ स्थानीय कबाड़ी इस कचरे में घुस जाते हैं। जिन्हे भी रोगों की आशंका रहती है। वहीं कुत्ते और सुअर जैसे जानवर भी लोगों की परेशानी बढ़ाने का काम कर रहे हैं।

Created On :   22 Feb 2018 5:44 PM IST

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