ईपीएफ घोटाले में अब तक सात कर्मचारी निलंबित 

Seven employees suspended so far in EPF scam
ईपीएफ घोटाले में अब तक सात कर्मचारी निलंबित 
गायब हुई 21 करोड़ की निधि  ईपीएफ घोटाले में अब तक सात कर्मचारी निलंबित 

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  मुंबई के कांदिवली इलाके में स्थित में कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय(ईपीएफओ) से जुड़े कथित घोटाले के मामले में अब तक सात कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है। पिछले  दिनों पीएफ से 21 करोड़ रुपए की निधि गायब किए जाने का मामला सामने  आया था।  पहले इस मामले में पांच कर्मचारियों को निलंबित किया  गया  था। अब आगे  की जांच  के बाद दो और कर्मचारियों को निलंबित किया  गया  है।  इसमें से  एक  सहायक आयुक्त स्तर का अधिकारी  है।

 महानगर के कांदिवली इलाके में स्थित (ईपीएफओ) कार्यालय में किए गए इंटरनल ऑडिट में 21 करोड़  रुपए का घोटाला होने का मामला सामने आया। मार्च 2020 से जून 2021  के बीच जब सबका ध्यान कोरोना से लड़ाई व लॉकडाउन में लगा था, इसी दौरान इस घोटाले के मास्टरमाइंड ईपीएफओ कार्यालय में लिपिक के पद पर कार्यरत एक कर्मचारी ने इस मामले  को अंजाम दिया। जुलाई 2021 में की गई एक शिकायत की जांच के बाद इस पूरे मामला का खुलासा हुआ। जिसके तहत 817 मजदूरों  के खातों का इस्तेमाल  करते  हुए 21.5 करोड़ रुपए ईपीएफओ से निकाल लिए गए थे। अब तक की जांच में पता चला है कि  मजदूरों  के खाते  में स्थनांतरित की गई रकम में से 90 प्रतिशत  रकम निकाल ली गई है। 

ईपीएफओ के वरिष्ठ अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रारंभिक जांच  के बाद  इस मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौप दिया जाएगा। क्योंकि अभी प्रकरण को  लेकर एफआईआर नहीं दर्ज कराई गई  है। अधिकारियों  के अनुसार  इस प्रकरण में सबसे ज्यादा नुकसान पीएफ कार्यालय का हुआ  है। पीएफ कार्यालय से दो साल के भीतर जिसने खाते से पैसे निकाले है, उसकी जांच की जाएगी। करीब 12 लाख खातों का ऑडिट  किया जाएगा। इसके साथ ही यह देखा जाएगा कि पैसे स्थनांतरित करते  समय नियमों का  पालन किया गया है कि नहीं। 

Created On :   21 Aug 2021 8:47 PM IST

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