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नाले के पानी का बगीचे की सिंचाई के लिए होगा इ्स्तेमाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पानी की बचत के लिए नाले के पानी पर प्रक्रिया कर बगीचे की सिंचाई व अन्य उपयोग में लाया जाएगा। मनपा ने शहर के 12 नालों पर एसटीपी प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। इस पर 1 करोड़ 21 लाख रुपए खर्च का 29 दिसंबर की स्थायी समिति में प्रस्ताव रखा जाएगा।
प्रदूषण कम करने की कवायद : शहर के नालों में बहता पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। नालों का गंदा पानी मिलकर शहर से बहने वाली नाग, पोथरा और पीली नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। नदियों का प्रदूषण कम करने व घटता जलस्तर बचाने के लिए मनपा ने नालों के पानी पर प्रक्रिया कर उसे विविध उपयोग में लाने का प्लान बनाया है। बगीचे के किनारे बहने वाले 12 नालों पर एसटीपी प्लांट लगाए जाएंगे। नाले के पानी पर प्रक्रिया कर साफ किया गया पानी बगीचों की िसंचाई, स्वच्छता गृह, लोककर्म विभाग के माध्यम से किए जाने वाले रोड व अन्य निर्माणकार्यों के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
प्रस्ताव पर स्थायी समिति सभा में चर्चा : 12 एसटीपी प्लांट लगाने के लिए 1 करोड़ 12 लाख रुपए और एक वर्ष के मेंटेनेंस का खर्च 90 लाख रुपए के प्रस्ताव पर 29 दिसंबर की स्थायी समिति सभा में चर्चा की जाएगी। एसटीपी प्लांट पर 1 करोड़, 21 लाख रुपए का प्रस्ताव स्थायी समिति की एजेंडे में शामिल किया गया है।
0.105 दस लाख लीटर पानी पर होगी प्रक्रिया : बगीचों में लगाए जाने वाले 12 एसटीपी प्लांट अलग-अलग क्षमता के रहेंगे। सभी प्लांट से 0.105 दस लाख लीटर पानी पर प्रक्रिया की जाएगी। इस पानी का उपयोग बगीचों की सिंचाई व अन्य उपयोग में लाए जाने से भू-गर्भ के पानी का इस्तेमाल कम होकर जलस्तर बढ़ाने में मदत मिलेगी। सिंचाई व अन्य कार्यों के लिए पीने के पानी का उपयोग करने पर 2.6 लाख रुपए मनपा को सालाना आय अपेक्षित है।
दिव्यांगों की योजना पर खर्च का प्रस्ताव : केंद्र सरकार ने दिव्यांगों के लिए व्यक्तिगत व सामूहिक अर्थसहाय योजना शुरू की गई। इस योजना के लिए 99 व्यक्तिगत और एक सामूहिक लाभ योजना पर 1 करोड़ 95 लाख, 10578 खर्च का प्रस्ताव सभा में प्रशासकीय मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
Created On :   28 Dec 2020 2:17 PM IST