राज ठाकरे ने लिया शरद पवार का इंटरव्यू- पवार ने कहा मराठी मूल के लोग नहीं चाहते अलग विदर्भ

Sharad Pawar Interviewed By Raj Thackeray in pune maharashtra
राज ठाकरे ने लिया शरद पवार का इंटरव्यू- पवार ने कहा मराठी मूल के लोग नहीं चाहते अलग विदर्भ
राज ठाकरे ने लिया शरद पवार का इंटरव्यू- पवार ने कहा मराठी मूल के लोग नहीं चाहते अलग विदर्भ

डिजिटल डेस्क, पुणे।  अलग विदर्भ को लेकर वर्षों से राजनीति गरमाते रही है। विपक्ष पृथक विदर्भ की मांग को उठाता रहा है जबकि सत्ता पक्ष इस विषय पर मौन ही रहता है। इन दिनों भी अलग विदर्भ का मुद्दा गरमाया हुआ है। लेकिन सत्ता से अलग रहने वाले NCP सुप्रीमो शरद पवार का इस विषय पर अलग ही मत सामने आया है। दरअसल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने  राकांपा प्रमुख शरद पवार  का साक्षात्कार लिया। इस दौरान ठाकरे ने पवार से देश की मौजूदा राजनीति से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व स्वतंत्र विदर्भ तथा महाराष्ट्र पर केंद्रित कई सवाल किए। अलग विदर्भ को लेकर पवार ने कहा कि जिन जिलों से विदर्भ को अलग राज्य बनाने की मांग उठ रही है, वहां के मराठी मूल के लोग इसका समर्थन नहीं करते। वे अलग राज्य नहीं चाहते। बृहन महाराष्ट्र कॉमर्स कॉलेज के मैदान पर जागतिक मराठी अकादमी द्वारा आयोजित ‘शोध मराठी मनाचा’ कार्यक्रम में ठाकरे के सवाल व पवार के जवाब उन्हीं की जुबानी…


ठाकरे : विदर्भ से इतने मुख्यमंत्री होकर गए। मौजूदा सीएम देवेंद्र फडणवीस भी विदर्भ के ही हैं। फिर स्वतंत्र विदर्भ की मांग क्यों?
पवार : विदर्भ की स्थिति अलग है। पहले नागपुर, अकोला तक का हिस्सा मध्य भारत में आता था। उनकी प्रमुख भाषा हिंदी थी। नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा, गोंदिया में अधिकतम हिंदी ही बोली जाती है। इन्हीं चार जिलों से प्रमुख रूप से स्वतंत्र विदर्भ की मांग की जा रही है। लेकिन इस मांग का नेतृत्व करनेवाला वर्ग मूलतया मराठी नहीं है। इन जिलों के मराठी भाषी लोग इस मांग का समर्थन नहीं करते। 
ठाकरे : क्या मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना मुंबई से महाराष्ट्र को अलग करने का षड्यंत्र है?
पवार: मुंबई से कोई अहमदाबाद नहीं जाएगा, लेकिन वहां के लोग यहां जरूर आएंगे। निश्चित रूप से मुंबई को महाराष्ट्र से तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन आप और हम ऐसा होने नहीं देंगे। मुंबई महाराष्ट्र से कभी भी अलग नहीं हो सकती। 
ठाकरे: वर्तमान में मूल्य आधारित राजनीति नहीं दिख ही है, ऐसा क्यों? 
पवार : व्यक्तिगत हमले करते हुए हम किस पद पर है, इसका बोध होना चाहिए। जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार थी, तब वे (वाजपेयी) हर किसी का सम्मान किया करते थे। पर दुर्भाग्य से अब ऐसा नहीं हो रहा। संसद में पीएम मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के विरोध में दिए बयानों इसे समझा जा सकता है। 
ठाकरे :  भारत में किसी भी देश के प्रमुख आने पर प्रधानमंत्री मोदी उन्हें अहमदाबाद दिखाते हैं, आप क्या कहेंगे? 
पवार : वे (पीएम मोदी) जब देश का नेतृत्व कर रहे हैं तो उन्हें महज गुजरात, अहमदाबाद सामने नहीं रखना चाहिए। सभी क्षेत्रों का विचार करना चाहिए। 
ठाकरे: आरक्षण व्यवस्था को लेकर क्या कहेंगे।
पवार: आरक्षण जाति आधारित नहीं बल्कि आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर दिया जाना चाहिए। 
ठाकरे: पीएम मोदी और राहुल गांधी के बारे में क्या मत है? पवार: मोदी काफी मेहनत करते हैं और इसके लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यह उनकी विशेषता है। लेकिन गुजरात चलाना आसान है, पूरा देश चलाना आसान नहीं है। इसलिए उन्हें अलग दृष्टिकोण से काम करना होगा। 

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
समारोह में शिवसेना के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे, कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे, पवार की पत्नी प्रतिभा शरद पवार, राज ठाकरे का पूरा परिवार, मनसे व राकांपा के कार्यकर्ता तथा हजारों नागरिक उपस्थित थे।
इंटरव्यू लेने में लग रहा डर : राज 
राज ठाकरे ने इंटरव्यू लेने से पहले कहा कि मैंने आज तक इतने भाषण दिए हैं, लेकिन कभी डर नहीं लगा। आज पवार का साक्षात्कार लेते हुए डर लग रहा है। यह परीक्षा मेरे लिए कठिन है। 

Created On :   22 Feb 2018 10:35 AM IST

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