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खजुराहो की तर्ज पर नागपुर में भी बनेगा शिल्पग्राम : डॉ. खिरवडकर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खजुराहों की तर्ज पर संतरानगरी में भी जल्द ही शिल्पग्राम बनेगा।दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर के नवनियुक्त निदेशक डॉ. दीपक खिरवडकर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि नागपुर को कल्चर हब बनाना है। नागपुर का नाम पूरे देश में होना चाहिए। केंद्र अपकमिंग आर्टिस्ट को आगे लाएगा क्योंकि नए कलाकारों को मौका देना है। जीरो माइल कल्चरल का विकास का करना चाहते हैं। कई आगामी योजनाओं के लिए केंद्र में अतिरिक्त सुविधाओं हेतु फंड रेजिंग की भी कोशिश करेंगे। केंद्र को नई ऊंचाई पर ले जाना हमारी पहली प्राथमिकता है। केंद्र के लिए सांस्कृतिक धरोहर के रूप में नया शिल्पग्राम बनाने को भी प्राथमिकता देंगे।
एक ही आर्टिस्ट को बार-बार नहीं बुलाएंगे
उन्होंने कहा कि, कलाकारों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। बार-बार एक ही आर्टिस्ट को नहीं बुलाया जाएगा। भविष्य में कई वर्कशॉप के आयोजन किए जाने पर विचार किया जा रहा है। इसमें देश के अच्छे कलाकारों को बुलाया जाएगा।
पहली बार पूर्णकालीन निदेशक प्राप्त
डॉ. दीपक खिरवडकर ने 18 अप्रैल को दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के निदेशक का पदभार ग्रहण किया। महाजेनकों से कार्यकारी अभियंता स्थापत्य के पद से निवृत्ति के बाद वे राज्य के ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले तकनीकी सलाहकार रहे। वे संस्कार भारती नागपुर शहर के सांस्कृतिक तथा संगीत विभाग प्रमुख के पद पर भी कार्यरत हैं। श्रीराम नवमी शोभायात्रा, गीत रामायण, कीर्तन महोत्सव एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सफल आयोजन उनके मार्गदर्शन में होते रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में अनेक विद्यार्थी तबला वादन की शिक्षा ले रहे हैं। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र को पहली बार नागपुर शहर के पूर्णकालीन निदेशक प्राप्त हुए हैं।
केंद्र होगा पूरी तरह डिजिटल
डॉ. खिरवडकर ने बताया कि, केंद्र को पूरी तरह डिजिटल किया जाएगा। वेबसाइट अौर सोशल मीडिया के पेजेस को भी नए सिरे से बनाया जाएगा। अब ऑनलाइन टिकट भी उपलब्ध होंगे, जो वेबसाइट के माध्यम से मिल सकेंगे। हर तीन माह में मैगजीन भी निकाली जाएगी। डॉ. दीपक खिरवडकर ने कहा कि, वे केंद्र को पेपरलैस बनाना चाहते हैं। आर्ट गैलरी को नया रूप देना चाहते हैं।
Created On :   19 April 2018 11:37 AM IST