महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार अनैतिक - सुब्रमण्यम स्वामी 

Shinde-Fadnavis government of Maharashtra unethical - Subramanian Swamy
महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार अनैतिक - सुब्रमण्यम स्वामी 
भाजपा की बदनामी महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार अनैतिक - सुब्रमण्यम स्वामी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई।   भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रदेश की शिंदे-फडणवीस सरकार को अनैतिक सरकार करार दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है। शनिवार को सोलापुर के पंढरपुर में पत्रकारों से बातचीत में स्वामी ने कहा कि राज्य में भाजपा ने शिवसेना को तोड़कर सरकार बनाई है। भाजपा ने जनता के बीच से बहुमत हासिल करके सरकार नहीं बनाया है। इसलिए राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार अनैतिक है। शिंदे-फडणवीस सरकार का मामला अभी सुप्रिम कोर्ट में प्रलंबित है। स्वामी ने कहा कि किसी दल को तोड़कर सरकार बनाना ठीक नहीं है। शिवसेना के एक धड़े को तोड़कर सरकार बनाने से भाजपा की बदनामी हुई है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि भाजपा को राज्य में सरकार बनाने के लिए क्या जल्दी थी? भाजपा विपक्ष में रहते हुए तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार की पोल खोलती। महाविकास आघाड़ी सरकार तो खिचड़ी सरकार थी। महाविकास आघाड़ी सरकार लंबे समय तक नहीं चलने वाली थी। 

वो लोग मोदी के चमचे हैं 
भाजपा के पूर्व सांसद स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग समझते हैं कि मोदी ने अच्छा काम किया है वह सभी मोदी के चमचे हैं। मैं ऐसे लोगों को जवाब नहीं दूंगा। मोदी कहते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था अच्छी है। देश की अर्थव्यवस्था अच्छी हो रही है? केवल कोई पागल ही कह सकता है कि देश की अर्थव्यवस्था अच्छी है। देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है। मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। भारत सरकार की ओर से चीन को मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया जा रहा है। मोदी भाजपा के साल 2019 के लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र के अनुसार काम भी नहीं कर रहे हैं। ऐसे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को सोचना चाहिए कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाना चाहिए अथवा नहीं। भागवत को सोचना चाहिए कि क्या मोदी के नेतृत्व में भाजपा को चुनाव लड़ना चाहिए? स्वामी ने दावा करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हिंदुत्ववादी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार ने सभी मंदिरों को अपने कब्जे में ले लिया था। लेकिन मैंने अदालत में जाकर मंदिरों को सरकार के कब्जे से बाहर करवाया है। 

Created On :   24 Dec 2022 7:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story