बागी शिवसेना विधायकों के खिलाफ आक्रामक हुए शिवसैनिक

Shiv Sainiks turned aggressive against rebel Shiv Sena MLAs
बागी शिवसेना विधायकों के खिलाफ आक्रामक हुए शिवसैनिक
हाई अलर्ट पर पुलिस  बागी शिवसेना विधायकों के खिलाफ आक्रामक हुए शिवसैनिक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट की लड़ाई अब हिंसक रुप लेते जा रही है। मुंबई सहित राज्य के कई इलाकों में शिवसेना कार्यकर्ताओं गुवाहाटी में बैठे बागी विधायकों के कार्यालयों पर हमले किए हैं और जगह-जगह उनके बैनर-पोस्टर फाड़ कर अपनी नाराजगी जताई है। इस बीच हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने मुंबई में 144 धारा लागू (जमावंदी) लागू कर दी है और पुलिसकर्मियों की आठ घंटे की ड्युटी बढाकर 12 घंटे कर दिया गया है। ताकि हालात पर प्रभावी ढंग से काबू पाया जा सके। पुणे में शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंतके कार्यालय में शिवसैनिकों ने तोड़फोड़ की। शिवसेना के स्थानीय नगरसेवक विशाल धनवडे ने कहा कि बागी विधायक सावंत के यहां पर जो किया गया है वह एक शुरुआत है। भविष्य़ में हर गद्दार के कार्यालय (बागी विधायक) में यही स्थिति देखने को मिलेगी।

सावंत उस्मानाबाद के पारनदा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। इस पूरे मुद्दे पर क्षेत्रीय पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल ने कहा कि हिंसा की घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले ठाणे में जहां शिवसेना के कद्दावर नेता शिंदे के समर्थन में उनके सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे अपने समर्थकों के साथ शक्तिप्रदर्शन किया। वहीं नई मुंबई में शिवसैनिक एकनाथ शिंदे के पोस्टर पर स्याही पोतते और जोरदार नारेबाजी करते दिखे। नाशिक में विधायक सुहास कांदे व दादा भुसे की नाम पट्टीका पर शिवसेना समर्थकों ने स्याही पोती। रविवार को इन दोनों बागी नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन करने एलान किया गया है।

उल्हासनगर में एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे के कार्यालय पर पत्थर फेंके गए। इसके अलावा माथेरान में शिवसेना संपर्क प्रमुख प्रसाद सावंत के साथ मारपीट की गई। क्योंकि सावंत बागी विधायक महेंद्र थोरवे का समर्थन कर रहे थे। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद से शिवसेना कार्यकर्ताओं के बढ़ते आक्रोश के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने शहर स्थित विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं के कार्यालयों और उनके आवास पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। एक अधिकारी ने शनिवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के कार्यालयों और आवस पर पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में सतर्क रहने और सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए गए। बैठक में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था), अतिरिक्त आयुक्त और क्षेत्रीय उप पुलिस आयुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।     

शहर की पुलिस द्वारा राज्यसभा चुनाव से पहले जून के प्रथम सप्ताह में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत जारी निषेधाज्ञा 10 जुलाई तक लागू रहेगी। यह धारा एक स्थान पर पांच या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाती है। शिवसेना के अधिकतर विधायक मंत्री एकनाथ शिंदे के प्रति अपनी वफादारी दिखाते हुए गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। अधिकारी ने कहा शहर के पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने और शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए कहा गया है। उन्हें राजनीतिक दलों के स्थानीय नेताओं के साथ समन्वय करने और उनके कार्यक्रमों, आंदोलन और बंदोबस्त से संबंधित जानकारी अग्रिम रूप से प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है। 

पुलिस ने कहा कि विशेष शाखा के अधिकारियों को सोशल मीडिया मंच पर नजर रखने और आपत्तिजनक सामग्री, संदेश, वीडियो पोस्ट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता कानून को हाथ में न लें, हिंसा में शामिल न हों या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचा सकें। अधिकारियों को कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है कि कहीं भी कोई आपत्तिजनक बैनर और होर्डिंग नहीं लगने दें। पुलिस अधिकारी ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मुंबई पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है। 
 
शिंदे समर्थकों ने भी दिखाई ताकत 
ठाणे के शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के उल्हासनगर के  कार्यालय पर पत्थरबाजी के बाद शिंदे समर्थक भी सड़क पर उतरे और ठाणे में सभा कर विरोधी कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी। श्रीकांत बागी शिवसेना विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे के बेटे हैं। अपने ठाणे स्थित आवास पर जुटे शिंदे समर्थकों को संबोधित करते हुए सांसद शिंदे ने कहा कि हम शिंदे साहब के निर्देश पर अभी तक चुप हैं। हम भी ईट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं।               

Created On :   25 Jun 2022 7:47 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story