नागपुर महामेट्रो में मजदूरों की कमी, काम की गति 40 फीसदी हुई धीमी

Shortage of laborers in metro, work speed slowed by 40 percent
नागपुर महामेट्रो में मजदूरों की कमी, काम की गति 40 फीसदी हुई धीमी
नागपुर महामेट्रो में मजदूरों की कमी, काम की गति 40 फीसदी हुई धीमी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की नागपुर मेट्रो रेल परियोजना का कार्य शुरू हो चुका है। लॉकडाउन के बाद मेट्रो में कार्य करने वाले कई मजदूर अपने राज्य अपने घर लाैट गए। शेष मजदूरों को हिंगना और अन्य जगहों पर कैंप बनाकर रखा गया था। कार्य शुरू होने पर मेट्रो दोगुनी गति से कार्य करने में जुटी है, लेकिन इसमें मजदूरों की कमी के चलते काम तेजी से नहीं पा रहा है। कोरोना का संक्रमण बढ़ने और लॉकडाउन लगते ही महामेट्रो में कार्य करने वाले करीब 2000 मजदूर अपने राज्य की ओर निकल गए। महामेट्रो नागपुर परियोजना में पहले 5000 मजदूर कार्य कर रहे थे। समय सीमा के अनुसार नागपुर मेट्रो परियोजना का कार्य दिसंबर 2020 तक पूरा करना है।

रीच-2, रीच-4 का कार्य शेष
नागपुर मेट्रो का ज्यादातर कार्य रीच-2 और रीच-4 में शेष है। सीताबर्डी से ऑटोमोटिव चौक और लोकमान्य नगर तक दोनों रीच में वायडक्ट अौर मेट्रो स्टेशन  का कार्य शेष है। गड्डीगोदाम फोर लेयर का कार्य भी हाल में शुरू हुआ है। कार्य में सबसे महत्वपूर्ण संरचनाएं तैयार करनी हैं, क्योंकि सबसे ज्यादा समय संरचना तैयार करने में लगता है। साथ ही सबसे ज्यादा मजदूर भी इसी में उपयोग होते हैं। साथ ही अब बारिश में परेशानी बनने लगी है। फिनिशिंग और अन्य कार्यों में ज्यादा समय नहीं लगता।

दोगुनी गति से कार्य करना मुश्किल
अनुमति मिलने के बाद गति के साथ कार्य करना हमारा उद्देश्य है, लेकिन लॉकडाउन में कई मजदूर घर चले गए थे। इसके कारण कम मजदूरों में दोगुना गति के साथ कार्य करना मुश्किल है। हमने सोचा था संरचना तैयार करने का कार्य पूरा हो जाएगा। लॉकडाउन के कारण अब यह मानसून में करना परेशानी बन गया है।       -अखिलेश हलवे, डीजीएम (कॉर्पोरेट), महामेट्रो नागपुर 
 

Created On :   24 Jun 2020 10:34 AM GMT

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