इस दिन 160 देशों के सैकड़ों मेहमानों की खातिरदारी करेगा छिंदवाड़ा

Shri Mataji Nirmala Devis birth festival celebration in chhindwara
इस दिन 160 देशों के सैकड़ों मेहमानों की खातिरदारी करेगा छिंदवाड़ा
इस दिन 160 देशों के सैकड़ों मेहमानों की खातिरदारी करेगा छिंदवाड़ा

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। सहज योग की प्रवर्तक श्रीमाता निर्मला देवी के जन्म महोत्सव में विश्व के 160 देशों से अनुयायी तीन दिनों के लिए उनकी जन्म स्थली छिंदवाड़ा मेें जुटेंगे। शहर से नजदीक ग्राम लिंगा में 19 से 21 मार्च तक जन्म महोत्सव मनाया जाएगा। अब तक करीब 300 विदेशियों ने महोत्सव में शामिल होने पंजीयन कराया है। बिना पंजीयन के भी बड़ी संख्या में विदेशी मेहमानों के पहुंचने की संभावनाएं जताई जा रही है। देश-विदेश के लगभग 10 हजार लोगों के शामिल होने का दावा सहज योग सेंटर छिंदवाड़ा ने किया है। इधर शहरवासी भी दुनिया भर से जुटने वाले मेहमानों की खातिरदारी करने की तैयारी में हैं। श्रीमाता निर्मला देवी ने सहज योग के माध्यम से लोगों को कुंडलिनी जाग्रत करने और स्वयं का साक्षात्कार करने में मदद की।
 श्रीमाता के जन्म स्थान का है महत्व
श्रीमाता निर्मला देवी का जन्म 21 मार्च 1923 को साल्वे हाऊस छिंदवाड़ा में हुआ था। निर्मला देवी के पिता बेरिस्टर थे। निर्मला देवी के जन्म के 6 साल बाद ही वे अपनी संपत्ति बेचकर नागपुर शिफ्ट हो गए थे। बाद में श्रीमाता के अनुयायियों को जब इस बात का पता लगा कि श्रीमाता का जन्म छिंदवाड़ा में हुआ था तो उन्होंने जन्म स्थान का पता लगाकर वह भवन खरीदा और श्रीमाता की स्मृति को सहेजा।
1970 में हुआ सहज योग से आत्म साक्षात्कार
श्रीमाता निर्मला देवी ने एमबीबीएस की डिग्री लेने के दौरान महात्मा गांधी के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में भी हिस्सा लिया। 7 अप्रैल 1947 को उनका विवाह आईएएस चंद्रिकाप्रसाद श्रीवास्तव से हुआ। श्रीमाता की दो पुत्रियां कल्पना व साधना हैं। वर्ष 1970 में गुजरात के नारगोल में श्रीमाता निर्मला देवी ने सहस्त्रार के माध्यम से आत्म साक्षात्कार किया और सहस्त्रार खोलकर पूरे विश्व में कुण्डलिनी शक्ति के जागरण का लोगों को मार्ग बताया। उनके सहज योग से 160 देशों में लोग प्रभावित हुए और सहज योग को अपनाया।
तीन दिन के महोत्सव क्या
 -19 मार्च को महोत्सव की शुरूआत, सुबह हवन-पूजन व मेडिटेशन, शाम 4 बजे शोभायात्रा निकाली जाएगी। रात में सांस्कृतिक आयोजन होंगे।
- 20 मार्च को सहजयोग मेडिटेशन पर कार्यशाला होगी, रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
- 21 मार्च को सुबह पूजन, बर्थ डे सेलेबे्रशन और महाप्रसाद वितरण होगा।
9 साल से छिंदवाड़ा आ रहे रसिया के विक्टर
जन्म महोत्सव से चार दिन पहले ही रूस के मास्को में रहने वाले 52 वर्षीय विक्टर छिंदवाड़ा आ गए हैं। विक्टर पुतिमसर पिछले नौ साल से लगातार श्रीमाता निर्मला देवी का जन्म दिवस मनाने के लिए छिंदवाड़ा आ रहे हैं। उन्होंने भास्कर से बातचीत में बताया कि 1999 में उन्हें सहजयोग का पता चला। जैसे ही वे श्रीमाता के फोटो के सामने बैठे उन्हें आत्म साक्षात्कार हुआ। इस घटना से महज तीन महीने बाद ही वे भारत आए और उन्होंने श्रीमाता निर्मला देवी के दर्शन किए। दर्शन के समय भी उन्हें श्रीमाता को देखकर लगा जैसे वे पूरे विश्व की माता हों। तब से ही वे श्रीमाता के अनुयायी हो गए और हर साल जन्म दिवस पर वे भारत आते हैं। 2008 में श्रीमाता के छिंदवाड़ा आने के बाद से वे हर साल छिंदवाड़ा आ रहे हैं।

 

Created On :   16 March 2018 1:29 PM IST

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