आसमान छू रहा पेट्रोल-डीजल 7, 8.29 रुपए प्रति लीटर पहुंचा डीजल रेट

Skyrocketing petrol-diesel 7, diesel rate reached Rs 8.29 per liter
आसमान छू रहा पेट्रोल-डीजल 7, 8.29 रुपए प्रति लीटर पहुंचा डीजल रेट
आसमान छू रहा पेट्रोल-डीजल 7, 8.29 रुपए प्रति लीटर पहुंचा डीजल रेट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पेट्रोल-डीजल के भाव इसी तरह बढ़ते रहे तो अक्टूबर-2018 का रिकॉर्ड टूट जाएगा। डीजल 78.29 और पेट्रोल 87.02 रुपए प्रति लीटर बिका। अक्टूबर-2018 में डीजल 78.89 और पेट्रोल 91.87 रुपए प्रति लीटर तक बिक चुका है। इसके हिसाब से डीजल मात्र 60 पैसा और पेट्रोल 4.85 रुपए पीछे है। इसी तरह बढोतरी होती रही तो रेट इस आंकड़े को भी पीछे छोड़ देंगे। उधर, हाल ही में ट्रांसपोर्ट संघ ने ट्रकों का भाड़ा बढ़ाने की मांग की है। इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा।   अक्टूबर-2018 में डीजल 78.89 और पेट्रोल 91.87 रुपए प्रति लीटर तक बिक चुका है। इसके हिसाब से डीजल मात्र 60 पैसा और पेट्रोल 4.85 रुपए पीछे है। इसी तरह बढोतरी होती रही तो रेट इस आंकड़े को भी पीछे छोड़ देंगे। उधर, हाल ही में ट्रांसपोर्ट संघ ने ट्रकों का भाड़ा बढ़ाने की मांग की है। इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा।  

लगातार बढ़ोतरी
पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार 17वें दिन बढ़ोतरी हुई। तेल कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल की कीमत में 20 पैसे और डीजल की कीमत में 55 पैसे का इजाफा किया। लॉकडाउन के दौरान लगभग 82 दिन तक कीमतों में कोई इजाफा नहीं हुआ था। तेल कंपनियों ने रोज कीमतों में बदलाव के लिए 7 जून से डायनेमिक प्राइसिंग की व्यवस्था लागू की है। इसके बाद से बीते 17 दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम लगभग 10 रुपए प्रति लीटर बढ़ चुके हैं। जानकारों की मानें तो इस माह ब्रेंट क्रूड की कीमत 38-43 डॉलर प्रति बैरल के बीच रही है। दूसरी तरफ, देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली है।

महंगाई के गणित को ऐसे समझें 
अप्रैल में क्रूड ऑयल का दाम घटकर 16 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया था। उस समय सरकार ने इसका फायदा सीधा जनता को न देते हुए पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी। इससे क्रूड के रेट कम होने का फायदा आम जनता को नहीं मिल पाया। अप्रैल मंे केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 10 और डीजल पर 13 रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। कुल मिलाकर केंद्र सरकार पेट्रोल पर 32.98 रुपए और डीजल पर 31.83 रुपए ड्यूटी लगा रही है। इसी प्रकार, राज्य सरकार ने भी 1 अप्रैल से सेस में 1 रुपए और 1 जून को 2 रुपए बढ़ोतरी की। साथ ही, पहली बार डीजल पर भी सेस वसूलना शुरू किया गया। राज्य सरकार पेट्रोल पर 10.12 रुपए और डीजल पर 3 रुपए सेस वसूल रही है। इसके बाद भी राज्य में डीजल पर 21 प्रतिशत और पेट्रोल पर 25 प्रतिशत वैट लगाया जाता है। 

रेट बढ़ने से ग्राहकों में आक्रोश पेट्रोल और डीजल के रेट रोज बढ़ने से ग्राहकों में काफी आक्रोश है। रोज सुबह रेट बढ़ने पर पेट्रोल-पंप कर्मचारियों को आक्रोश झेलना पड़ता है। -अमित गुप्ता, अध्यक्ष, विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन

तैयार रहें, आम जनता की जेब पर पड़ने वाली है चोट
लगातार डीजल के दाम में तेजी का असर अब आम जनता की जेब पर पड़ने वाला है। डीजल के दाम बढ़ने से परिवहन महंगा होना लाजिमी भी है। उधर, परिवहन सेवा से जुड़े संगठनों ने पहले ही भाड़ा बढ़ाने की तैयारी कर ली है। नागपुर ट्रकर्स यूनिटी के अध्यक्ष कुक्कू मारवाह की मानें तो लगातार बढ़ रहे डीजल के दाम के चलते देशभर के ट्रांसपोर्टरों ट्रकों का भाड़ा बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। यदि ट्रकों का भाड़ा बढ़ता है तो इससे खाने-पीने, पहनने आदि वस्तुओं के दाम में भी इजाफा होगा। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़नेवाला है। 


 

Created On :   24 Jun 2020 6:45 AM GMT

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