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कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों का पालकत्व स्वीकारेगी ‘सोबत’

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना महामारी में अनेक बच्चे अनाथ हो गए हैं। किसी की मां, किसी के पिता और किसी के माता-पिता दोनों को कोरोना ने छीन लिया है। ऐसे अनाथ बच्चों (0 से 20 वर्ष) के पालकत्व की जिम्मेदारी स्वीकारने की पहल श्री सिद्धि विनायक सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित ‘सोबत’ प्रकल्प ने की है। यह जानकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष व पूर्व महापौर संदीप जोशी ने पत्र-परिषद में दी। समाज के सहृदयी व्यक्ति के सहकार्य से यह प्रकल्प चलाया जाएगा। माता-पिता अथवा दोनों की छत्रछाया से वंचित बच्चों की संपूर्ण जिम्मेदारी ‘सोबत’ संस्था स्वीकारेगी। इस महत्वपूर्ण प्रकल्प का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों 27 मई को जन्मदिन पर किया जाएगा। लक्ष्मीनगर स्थित साइंटिफिक सोसायटी सभागृह में कोरोना नियमों का पालन कर आयोजित कार्यक्रम में विरोधी पक्षनेता देवेंद्र फडणवीस सहित भाजपा पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
स्व. उमेश बानबुडे का परिवार : देश के प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी व नागपुर के अनेक युवाओं के प्रशिक्षक व प्रेरणा स्थान।
स्व. रामू भोयर का परिवार : विमानतल पर इंडिगो में अस्थायी मैकेनिक।
स्व. संघपाल लोखंडे का परिवार : नागपुर महानगर पालिका के महापौर कक्ष में काम कर रहे चपरासी, ऐवजदार।
स्व. सुधीर सावरकर का परिवार : उत्तर नागपुर के सामाजिक क्षेत्र के कार्यकर्ता।
स्व. तुषार ठावरे का परिवार : टैक्सी का व्यवसाय करने वाला।
यहां करें संपर्क
दोनों पालक अथवा एक पालक की मृत्यु होने पर वे संस्था के कार्यालय राजेंद्र सिंह साइंस एक्स्प्लोरेटरी, नार्थ अंबाझरी रोड, दीक्षाभूमि के पास नागपुर में दोपहर 2 से 5 बजे के दौरान (सरकारी छुट्टी छोड़कर) संपर्क कर सकते हैं।
यह रहेंगे नियम और शर्त
पूर्व महापौर संदीप जोशी ने पालकत्व स्वीकारने के लिए कुछ नियम व शर्तों का उल्लेख किया है। जो पालक सरकारी सेवा में हैं, वे इस योजना के पात्र नहीं रहेंगे। जिस पालक की पेंशन 15 हजार रुपए से ज्यादा है, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। जिन दादा-दादी की पेंशन 25 हजार से अधिक है, वे इसके पात्र नहीं होंगे। इसमें प्रत्यक्ष पैसों की मदद नहीं की जाएगी। इसके अलावा गडकरी के जन्मदिन पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
Created On :   25 May 2021 3:44 PM IST