संविधान जागार रैली में छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा-देश का संविधान खतरे में

Some people want to burn and erase the Constitution of this country- Kanhaiya Kumar
  संविधान जागार रैली में छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा-देश का संविधान खतरे में
  संविधान जागार रैली में छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा-देश का संविधान खतरे में

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  देश का संविधान खतरे में है। कुछ लोग इस देश के संविधान को जलाना और मिटाना चाहते हैं।  यदि आज संविधान नहीं होता, तो सार्वजनिक शिक्षा पर इतना पैसा खर्च नहीं होता और समाज के विभिन्न वर्ग और जाति के बच्चे एक साथ बैठकर नहीं पढ़ते।  संविधान उस समय से खतरे में आ गया, जब जाति के नाम पर देश में वोटों की खरीदी की गई। यह बात मुख्य वक्ता छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कही । मानकापुर स्थित मानकापुर इनडोर स्टेडियम में संविधान जागार रैली को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में विधायक जितेन्द्र आव्हाड, पूर्व मंत्री नितीन राऊत व पूर्व महापौर अटल बहादुर सिंह मंच पर उपस्थित थे। अध्यक्षता साहित्यकार यशवंत मनोहर ने की।

नहीं मिल रहा समानता का अधिकार
कन्हैया कुमार ने कहा कि राजनीति का नाम सुनते ही लोग मुंह फेर लेते हैं। यह कुछ हद तक सही भी है, लेकिन हमें यह भी ध्यान देना होगा कि यह एक खेल है। यहां दर्शक मूक बने बैठे हैं और खेलने से लेकर हार, जीत और अन्य भूमिका निभाने वाले सब कमाई कर रहे हैं। सड़क साफ रहती है, क्योंकि उसका काम एक विशेष जाति के लोग करते हैं। संविधान ने हमें समानता का अधिकार दिया है, लेकिन 21वीं सदी में भी वह नहीं मिल रहा है। कोई 35 हजार करोड़ रुपए लेकर चला गया, अंबानी का 3 लाख 16 हजार 500 करोड़ रुपए का बकाया माफ कर दिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी से 3 लाख करोड़ रुपए का काला धन वापस आया। यदि ऐसा है, तो फिर मेट्रो के लिए जापान से 1 लाख करोड़ रुपए वापस क्यों लिया। प्रधानमंत्री को सीवर से गैस निकलती दिखती है, लेकिन उसकी सफाई में मरने वाले लोग नहीं दिखाई पड़ते। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम अजय सिंह बिष्ट है। उन्होंने अपना नाम बदल लिया, इसलिए वह नाम बदलने का काम कर रहे हैं। भारत को हिन्दुत्व नहीं, प्रबुद्ध भारत बनाएंगे। नागपुर संघ की भूमि नहीं, डॉ. आंबेडकर की दीक्षाभूमि है।

राफेल सबसे बड़ा घोटाला
विधायक आव्हाड ने कहा कि दिल्ली में संविधान को जलाया गया। उसके पीछे किसका हाथ था, यह हमें मालूम है। गोमांस के मामले में मुस्लिम व्यक्ति को मारा जा चुका है और अब ये लोग खटीक समाज पर भी आने वाले हैं। इनको न्याय से परेशानी है, जिसका शिकार न्यायाधीश भी हुए हैं। सरकार गोपनीयता का अधिकार निकाल रही है। राफेल सबसे बड़ा घोटाला है।

दलितों पर अत्याचार बढ़े  
पूर्व मंत्री राऊत ने कहा कि संसद में काम नहीं किया जा रहा है और विपक्ष पर काम नहीं करने का आरोप लगाया जा रहा है। एससी, एसटी एक्ट पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसदों को बोलने का मौका नहीं दिया। इनके कार्यकाल में दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं। नगरसेवक प्रफुल्ल गुड़धे ने कहा कि संविधान के प्रति शंकाओं को दूर करने के लिए यह कार्यक्रम किया गया। संविधान खतरे में नहीं है, उसे मस्तिष्क में लाने की जरूरत है। अभी तक ऐसा कोई व्यक्ति नहीं हुआ, जो संविधान को खतरे में लाए, लेकिन एक बात की परेशानी मुझे है कि जब असहिष्णुता को लेकर देशभर में हंगामा हो रहा था, तब नागपुर चुप था।

इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में विधायक आशीष देशमुख, सुनील केदार, पूर्व सांसद गेव आवारी, पूर्व मंत्री अनीस अहमद, मनपा विरोधी पक्ष नेता तानाजी वनवे, नगरसेवक दुनेश्वर पेठे, किशोर जिचकार आदि उपस्थित थे।

टूटा कांच, कन्हैया कुमार के सामने हुई घटना
 संविधान जागर परिषद के समापन के बाद कन्हैया कुमार के सामने कार्यकर्ताओं की धक्कामुक्की हुई। इसमें स्टेडियम के एक शटर का कांच टूट गया। मामले को लेकर कुछ समय के लिए खलबली रही। मानकापुर खेल स्टेडियम में परिषद का आयोजन था। कन्हैया कुमार के भाषण पर कई युवा कार्यकर्ता उत्साही प्रतिक्रिया दे रहे थे। जब वे स्टेडियम से बाहर जाने के लिए निकले, तो कार्यकर्ता उनके साथ सेल्फी के लिए धक्कामुक्की करने लगे। कुमार के साथ पूर्व मंत्री रमेश बंग  भी थे। उसी दौरान पूर्व मंत्री नितीन राऊत भी वहां आएं। कुमार ने नितीन राऊत से बात करने का प्रयास किया। कार्यकर्ता का हाथ लगने से एक शटर कांच टूट गया। सुरक्षा कर्मचारियाें ने सभी प्रमुख अतिथियों को तुरंत वहां से हटाया। 
 

Created On :   24 Dec 2018 2:05 PM IST

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