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कहीं परिंदे घायल; तो राह चलते किसी की अंगुली कटी, किसी की नाक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मकर संक्रांति के दिन पतंगबाजी का कहर हर जगह दिखाई दिया। पतंग उड़ाने का आनंद इंसानों ने लिया, लेकिन इसका खामियाजा कुछ मूक पक्षियों को भुगतना पड़ा। नायलॉन मांजे से एक बगुले की मौत हो गई, जबकि 8 पक्षी घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर लाया गया। इसमें किसी का पंख कटा है, तो किसी की गर्दन या पैर कट गया है। इसमें एक दुर्लभ प्रजाति का ब्लैक स्टोर्क पक्षी भी शामिल है, जिसक पंख बुरी तरह से कट गया है। घायल पक्षियों का टीटीसी में डॉक्टर उपचार कर रहे हैं।
यह पक्षी हुए घायल : शहर में नायलॉन का मांजा प्रतिबंधित होने के बावजूद मनपा व पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से बेचा गया है। गांधीनगर, बर्डी, बेसा, यशोधरा नगर आदि जगहों से विभिन्न पक्षी मित्रों के माध्यम से बगुला, कबूतर, उल्लू, डव, बाज जैसे पक्षियों को घायल अवस्था में लाया गया। टीटीसी के सर्जन डॉ. मयूर काटे, डॉ. सैयद बिलाल अली ने इनका उपचार किया।
19 से अधिक लोग मांजे से घायल
मकर संक्रांति के पर्व पर पतंग उड़ाने के लिए उपयोग में लिया जाने वाला नायलॉन मांजा इंसानों के लिए भी घातक साबित हुआ। शुक्रवार को मांजे के कारण 19 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इन सभी का मेयो व मेडिकल में उपचार किया गया है। उपचार के बाद उन्हें घर भेजा गया। पतंगबाजी के दौरान कांच लगा और नायलॉन मांजे का असर राह चलते लोगों पर दिखाई दिया है। मांजे से घायल 4 लोगों का मेडिकल में उपचार किया गया। इनमें से एक के चेहरे पर गहरा जख्म हो गया था। उसे टांके लगाए गए। अन्य की मरहम-पट्टी की गई। मेयो अस्पताल में भी लोग उपचार के लिए पहुंचे थे। इनमें से अधिकतर की अंगुलियां कट गई थीं। एक की नाक पर जख्म था। खबर लिखे जाने तक कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया।
Created On :   15 Jan 2022 3:00 PM IST