- Home
- /
- मरीजों की संख्या को देखते हुए...
मरीजों की संख्या को देखते हुए कोराना टीके के लिए बनाए मानक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में कोरोना टीके की किल्लत को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र से अपील की कि किसी राज्य की आबादी और वहां के मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 टीका आवंटन के लिए मानक बनाए जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की तुलना में आबादी में छोटे और उपचाराधीन मरीजों की कम संख्या वाले कई राज्यों को टीके की ज्यादा खुराकें मिल रही हैं। पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि केंद्र की तरफ से भेजे गए 3.5 करोड़ खुराकों में से महाराष्ट्र को सात लाख खुराकें मिलीं और काफी कोशिश के बाद केंद्र ने दस लाख और खुराकें दी हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आबादी और उपचाराधीन मरीजों की संख्या के लिहाज से मानक तय किए जाने चाहिए।
अकेले महाराष्ट्र में हैं 60 फीसदी मरीज
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की आबादी 12 करोड़ से अधिक है और यहां कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या देश भर की कुल संख्या का 60 फीसदी है। उन्होंने कहा कि संख्या ज्यादा है क्योंकि जांच में काफी बढ़ोतरी हुई है। टोपे ने कहा कि रोजाना छह लाख खुराकें देने के लिए राज्य सरकार अपनी क्षमता का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि हम रोजाना छह लाख लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं। हर हफ्ते हम 40 लाख लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं। हमें उसी मुताबिक टीके चाहिए। जहां ज्यादा मामले हैं, वहां प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है और टीका ही एकमात्र उपाय है।
टोपे ने कहा कि मुंबई में 70 टीका केंद्र बंद हैं और सांगली, सतारा, पनवेल में भी टीके की कमी है, जिस कारण वहां के सभी केंद्र प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि इन केंद्र पर जाने वाले लोगों को वापस लौटाया जा रहा है। यह काफी शर्मिंदगी की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य में टीके की बर्बादी का प्रतिशत महज तीन फीसदी है। केंद्र इन समस्याओं का समाधान गंभीरता से नहीं कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिय देवेद्र फडणवीस को राज्य की मदद के लिए आगे आना चाहिए। जिससे केंद्र से जरुरी संसाधन मिल सके।
Created On :   10 April 2021 6:56 PM IST