आयुर्वेद कॉलेज का कायाकल्प, सरकार देगी 1.24 करोड़ रुपए

आयुर्वेद कॉलेज का कायाकल्प, सरकार देगी 1.24 करोड़ रुपए
आयुर्वेद कॉलेज का कायाकल्प, सरकार देगी 1.24 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  भागदौड़ भरी जिंदगी में अनियिमत खान-पान ने अनेक बीमारियां भी पैदा कर दी है। ऐसे में आज भी लोगों का विश्वास आयुर्वेद पर बना हुआ है ।सरकार ने अब आयुर्वेद कालेज के विकास का बीड़ा उठाया है।  शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं अस्पताल को आधुनिक बनाने के लिए चिकित्सा शिक्षा एवं शोध संचालनालय (डीएमईआर) ने 1.24 करोड़ रुपए की प्रशासकीय मान्यता प्रदान की है। इस मान्यता से सेंट्रल काउंसिल आॅफ इंडियन मेडिसिन द्वारा कॉलेज में बताई गई खामियां भी दूर हो जाएंगी। 
यह पहला मौका है जब आयुर्वेद कॉलेज को इतनी बड़ी मात्रा में अनुदान दिया गया है। इससे एनेस्थिसिया वेंटिलेटर, मोनोक्यूलर माइक्रोस्कोप, बिनोक्यूलर माइक्रोस्कोप, एलसीडी प्रोजेक्टर, वीडियो कांफ्रेंस सिस्टम, कार्डियक मॉनिटर, वॉटर प्यूरीफायर प्लांट, पल्स ऑक्सी मीटर, ईसीजी मशीन एवं मल्टी केनल ईसीजी मशीन आदि इक्विपमेंट और फर्नीचर की खरीदी की जाएगी।
104 इक्विपमेंट और अन्य सामग्री की होगी खरीदी
डीएमईआर ने राज्य के सभी सरकारी आयुर्वेद कॉलेजाें में आधुनिक उपकरण एवं अन्य सामग्री खरीदने के लिए 2017-18 के बजट में 6.14 करोड़ रुपए के अनुदान को प्रशासकीय मान्यता दी है, इसमें नागपुर के आयुर्वेद कॉलेज को 1.24 करोड़ रुपए का अनुदान िदया गया है। इससे कॉलेज के िलए 104 इक्विपमेंट और मशीनों की खरीदी की जाएगी।
14 विषय में पीएचडी करवाने की तैयारी
आयुर्वेद कॉलेज में पहले पीजी की 21 सीटें थीं, जिन्हें बढ़ाकर 60 आैर फिर 84 कर दिया गया, लेकिन सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन के मानकों के अनुसार सुविधाएं न होने के कारण वर्तमान में सिर्फ पीजी की सिर्फ 60 सीट पर ही प्रवेश देने की अनुमति है। वहीं बीएएमएस की 50 से 100 सीटें हो चुकी हैं। इतना ही नहीं, वर्तमान में 7 विषयों में पीएचडी की जा रही है, जिसे दोगुना करने की तैयारी चल रही है। ऐसे में एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में अनुदान मिलने से कई सारी खामियां पूरी हो जाएंगी। आयुर्वेद कॉलेज द्वारा  75 टेक्निकल और 400 नान-टेक्निकल स्टॉफ का प्रस्ताव डीएमईआर को भेजा गया है।

Created On :   27 Dec 2017 11:35 AM IST

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