स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट: ब्लाइंड गर्ल्स ने जीता रनरअप का खिताब

State Level Cricket Tournament Blind Girls won runner up title
स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट: ब्लाइंड गर्ल्स ने जीता रनरअप का खिताब
स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट: ब्लाइंड गर्ल्स ने जीता रनरअप का खिताब

डिजिटल डेस्क, नागपुर । अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाने वाली ब्लाइंड गर्ल्स ने यह साबित कर दिखाया कि जहां चाह है वहां राह है। मन में जज्बा हो तो नामुमकिन काम भी मुमकिन किया जा सकता है।  क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड महाराष्ट्र की आेर से स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट नाशिक के पंचवटी स्थित जिजाऊ मैदान में 17 और 18 फरवरी को खेला गया  जिसमें पुणे, मराठवाड़ा, मुंबई से दो टीम, नाशिक और विदर्भ से आत्मदीपम विदर्भ क्रिकेट टीम ने हिस्सा लिया, इसमें आत्मदीपम विदर्भ क्रिकेट टीम रनरअप रही। जिसमें अंकिता अतकरी को मैन ऑफ मैच और सीरीज दिया गया। विदर्भ से 14 गर्ल्स स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने के लिए नाशिक के लिए गई थी। टूर्नामेंट के लिए उन्हें पर्सिस्टेंट फाउंडेशन द्वारा स्पोर्ट्स किट दी गई है। आत्मदीपम की फाउंडर जिज्ञासा चलवढाल ने बताया कि गर्ल्स को इस तरह का मौका पहली बार मिला है, उन्हाेंने जीत हासिल करने के कोई कसर नहीं छोड़ी। रनरअप को भी मैं अपनी टीम की जीत मानती हूं। गर्ल्स ने अभी तक तो क्रिकेट के बारे में केवल सुना था क्रिकेट खेलने का अनुभव पहली बार लिया अपनी तरफ से पूरा प्रयास किया। हमारी टीम को पर्सिस्टेंट फांउडेशन द्वारा क्रिकेट किट दी गई थी। साथ ही धरमपेठ शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष एडवोकेट उल्लास औरंगाबादकर, सचिव रत्नाकर केकतपुरे, संस्था प्राचार्य डॉ. नीलेश पेशने तथा फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के डॉ राहुल कलोड़े ने पूरी टीम को सहयोग दिया। टीम कोच अतुल हरोडे ने टीम को तैयार किया।

लाएंगे विनर का खिताब
इस बार हमारी प्रेक्टिस बहुत जल्दी में हुई पर हमने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला। जो कुछ भी कमी रह गइ है उसे अगले बार पूरा करेंगे और विनर हम ही होंगे। हमारी टीम की गर्ल्स ने बहुत मेहनत की है। यह हम सभी का पहला अनुभव है। बाहर जाकर क्रिकेट मैच खेलना ही हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। {अंकिता शिंदे, कप्तान

बहुत ही कॉन्फिडेंस था सभी गर्ल्स में 
हमारे कोच तथा जिज्ञासा मैडम ने बहुत अच्छी तैयारी करवाई थी। पहला अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। अब हम क्रिकेट की प्रेक्टिस जारी रखेंगे ताकि जब भी मौका मिलें तो पूरी टीम मैच खेलने के लिए तैयार हो। चाहे बैटिंग,बॉलिंग या कीपिंग हो सभी गर्ल्स में बड़ा कॉन्फिडेंस था। 
आरती अतकरी, उपकप्तान

विकेट कीपिंग करने के साथ रनर भी
मैं तो अपनी टीम में विकेट कीपर हूं । साथ ही रनर भी हूं। कई गर्ल्स के साथ रनर रही। हम सभी के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका था और हम अपनी कसौटी पर खरे उतरे। 1 महीने की प्रेक्टिस में जितना कर सकते थे उतना किया। सभी गर्ल्स ने अपने स्तर पर बहुत मेहनत की। रनरअप का खिताब जीतकर हमें प्रेरणा मिली आगे और अच्छा प्रदर्शन कर विनर का खिताब भी अपने कब्जे में करेंगे। 
शीतल खेकड़े, विकेट कीपर

Created On :   21 Feb 2018 5:02 PM IST

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