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स्टेशनरी घोटाला , खंगाले जा रहे विभागों के बिल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोविडकाल में 67 लाख का स्टेशनरी घोटाला सामने आने पर मनपा में खलबली मच गई है। आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने घोटाले की आशंका का निराकरण करने सभी विभागों के बिल की जांच करने के विभाग प्रमुखों को आदेश जारी किए। मनपा के सभी विभागों में मंजूर तथा भुगतान किए गए बिल खंगालने की सरगरमी रही।
6 लोगों को नोटिस
महानगर पालिका के विविध विभागों समेत जाेन कार्यालयों में स्टेशनरी तथा प्रिंटिंग मटेरियल आपूर्ति की आड़ में 67 लाख रुपए का घोटाला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग को कोविड कालावधि में सामग्री की अापूर्ति किए बिना बिल भुगतान किए जाने का मामला उजागर हुआ। स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय चिलकर के ध्यान में यह बात आने पर उन्होंने अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी से शिकायत की। जांच में बिना सामग्री आपूर्ति किए भुगतान करने की पुष्टि हुई है।
बिना निविदा आपूर्ति
स्टेशनरी सामग्री की दर पहले से निश्चित रहती है। बिना निविदा के विविध विभागों के ऑर्डर पर सामग्री आपूर्ति की जाती है। मनपा के सभी विभाग में मंजूरी के लिए आने वाली हर फाइल लेटर एंड फाइल मैनेजमेंट प्रणाली से आगे भेजी जाती है। भुगतान की गई किसी भी फाइल को इस प्रणाली से मंजूर नहीं किए जाने की जांच में जानकारी सामने आई है। स्टेशनरी घोटाले समान अन्य विभागों में भी घोटाले की आशंका से आयुक्त ने सभी विभागों को बिल की कड़ाई से जांच करने के निर्देश दिए हैं।
3 माह में घोटालe
20 दिसंबर 2020 से 21 मार्च 2021 यानी 3 महीने की अवधि में घोटाला किया गया। इस मामले में मनपा के सामान्य प्रशासन विभाग सहायक आयुक्त महेश धामेचा, प्रमुख लेखा व िवत्त अधिकारी विजय कोल्हे, वित्त विभाग में कार्यरत अन्य कर्मचारी अश्फाक अहमद, राजेश मेश्राम, एस. वाई. नागदेव, सामान्य प्रशासन विभाग के मोहन पडवंशी को नोटिस जारी किए गए। भुगतान प्राप्त करने वाले सप्लायर के िखलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया।
Created On :   16 Dec 2021 6:31 PM IST