नागपुर मनपा में स्टेशनरी घोटाला ,1 अप्रैल से लेन-देन की खुलेंगी फाइलें

Stationery scam in Nagpur Municipal Corporation, files of transactions will be opened from April 1
नागपुर मनपा में स्टेशनरी घोटाला ,1 अप्रैल से लेन-देन की खुलेंगी फाइलें
जांच समिति बनी नागपुर मनपा में स्टेशनरी घोटाला ,1 अप्रैल से लेन-देन की खुलेंगी फाइलें

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  मनपा में घोटाले की जांच के लिए सभी विभागों से लेन-देन की फाइलें मंगवाई गई हैं। फाइलें के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। जांच समिति अध्यक्ष अति. आयुक्त दीपककुमार मीणा ने यह जानकारी दी। स्टेशनरी घोटाला सामने आने पर आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने प्रशासनिक जांच समिति का गठन किया है। समिति को कोविडकाल में 1 अप्रैल से अब तक कोटेशन पर किए गए लेन-देन की जांच के अधिकार दिए हैं। 
कुछ फाइलें पांच साल में लेन-देन से संबंधित : जांच समिति को सात दिन में रिपोर्ट देने  के लिए कहा है। एक सप्ताह में अभी तक सभी विभागों की फाइलें जांच समिति तक नहीं पहुंच पाई हैं। मीणा ने बताया कि फाइलें आने का सिलसिला जारी है। कुछ फाइलें कोविडकाल में हुए लेन-देन से संबंधित हैं। कुछ पांच साल में किए गए लेन-देन से संबंधित हैं। फाइलों की बारीकी से जांच की जाएगी। फाइल आने का सिलसिला जारी रहने से सात दिन में जांच पूरी होने की संभावना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है।

स्थायी समिति के निर्णय से अवगत नहीं  मुख्य वित्त व लेखा अधिकारी विजय कोल्हे तथा सामान्य प्रशासन सहायक आयुक्त महेश धामेचा को निलंबित किए जाने की खबर पर मीणा ने कहा कि, स्थायी समिति के निर्णय से अवगत नहीं है। स्थायी समिति को निलंबन प्रस्ताव लाने का अधिकार है। स्थानीय प्रशासन सदन का प्रस्ताव सिफारिश के साथ सरकार को भेज सकता है। निलंबन का अधिकार सरकार को है। 

अब लेखा अधिकारी पकड़ा गया, जांच पड़ताल जारी
मनपा के स्टेशनरी घोटाले में सदर पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी मनपा के िवत्त विभाग में लेखा अधिकारी राजेश मेश्राम है। इससे पहले दो स्टेशनरी सप्लायर और दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों सप्लायर को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। ऑडिटर अफाक अहमद और क्लर्क मनोज पडवंशी पुलिस कस्टडी में हैं।

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में सामने आया नाम 
मनपा स्वास्थ्य विभाग में बिना स्टेशनरी सप्लाई किए 67 लाख रुपए सप्लायर ने भुगतान प्राप्त करने का मामला सामने आया। मनपा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय चिलकर की शिकायत पर पुलिस ने सप्लायर के िखलाफ गुनाह दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई। पहले स्टेशनरी सप्लायर पद्माकर साकोरे व अतुल साकाेरे को गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ में िवत्त व लेखा विभाग के ऑडिटर अफाक अहमद, सामान्य प्रशासन विभाग में क्लर्क मनोज पडवंशी की लिप्तता सामने आई। पुलिस ने दो दिन पूर्व उन्हें गिरफ्तार किया है। अधिक पूछताछ करने पर लेखा अधिकारी राजेश मेश्राम का नाम सामने आने पर गुरुवार को उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में बड़े अधिकारियों के नाम सामने आने की आशंका जताई जा रही है। मेश्राम को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिसिया पूछताछ में कई लोगों की संलिप्तता सामने आ सकती है।

Created On :   24 Dec 2021 12:14 PM GMT

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