काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित की जाएगी मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा

Statue of Maratha queen Ahilyabai Holkar to be installed in Kashi Vishwanath temple
काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित की जाएगी मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा
उत्तरप्रदेश काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित की जाएगी मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा
हाईलाइट
  • मुगल काल में नष्ट हुई अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा

डिजिटल डेस्क, वाराणसी । मराठा रानी महारानी अहिल्याबाई होल्कर जिन्होंने 1777 में काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था, की एक प्रतिमा काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में स्थापित की जाएगी जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 दिसंबर को किए जाने की संभावना है। मंदिर परिसर में आदि शंकराचार्य, भारत माता और भगवान कार्तिकेय की मूर्तियां भी होंगी।

संभागीय आयुक्त दीपक अग्रवाल के अनुसार केवी मंदिर परिसर में देवी पार्वती, देवी अन्नपूर्णा, भगवान गणेश, भगवान हनुमान और भगवान सत्यनारायण की मूर्तियों के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया शुरू की गई है। अग्रवाल ने आगे कहा महारानी अहिल्याबाई होल्कर, आदि शंकराचार्य, भारत माता और भगवान कार्तिकेय की मूर्तियों को स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। आदि शंकराचार्य की मूर्ति गंगा के किनारे घाट के पास केवी धाम के प्रवेश द्वार पर स्थापित की जाएगी।

पर्यटक सुविधा केंद्र के पास महारानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी जबकि मंदिर चौक के पास भारत माता की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। केवीटी के पास भगवान कार्तिकेय की मूर्ति स्थापित की जा रही है। प्रत्येक प्रतिमा 6.5 फीट लंबी है और इसे पत्थर के आसनों पर स्थापित किया जाएगा। 1977 में महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा इसके निर्माण के बाद से भगवान शिव के 12 ज्योतिलिंर्गों में से माने जाने वाले काशी विश्वनाथ मंदिर में पहली बार बड़े पैमाने पर नवीनीकरण और विकास कार्य हो रहा है।

बता दें कि नवंबर 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि महारानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा को मुगल काल में नष्ट होने के बाद केवीटी के पुनर्निर्माण के लिए उन्हें श्रद्धांजलि के रूप में स्थापित किया जाए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महारानी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि दी थी और तीर्थयात्रियों की तीर्थ यात्रा के लिए सुविधाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त किया था।

 

(आईएएनएस)

Created On :   24 Nov 2021 3:31 PM GMT

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