ऐसा ही चलता रहा तो 90 हजार आवारा कुत्तों की नसबंदी में लग जाएंगे 12857 दिन 

Sterilization of 90 thousand streets dogs in nagpur district maharashtra
ऐसा ही चलता रहा तो 90 हजार आवारा कुत्तों की नसबंदी में लग जाएंगे 12857 दिन 
ऐसा ही चलता रहा तो 90 हजार आवारा कुत्तों की नसबंदी में लग जाएंगे 12857 दिन 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आवारा श्वानों के आतंक से शहरवासियों को मुक्ति दिलाने के मनपा के प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। शहर में 90 हजार आवारा श्वान (कुत्ते) हैं आैर मनपा के एकमात्र नसबंदी केंद्र में हर दिन 6-7 श्वानों की ही नसबंदी हो पा रही है। पशुप्रेमियों के आरोपों से घबराकर एनजीआे व निजी पशुचिकित्सकों ने नसबंदी करने से तौबा कर दी है। मनपा खुद भी मानती है कि हर दिन करीब 100 श्वानों की नसबंदी होनी चाहिए। मनपा प्रशासन ने आैर 3 केंद्र शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया है।

हर दिन 7 श्वानों की नसबंदी होते रही तो सभी श्वानों की नसबंदी करने में 12857 दिन लग जाएंगे।  आवारा श्वानों की नसबंदी करने के लिए मनपा पिछले एक साल से हरसंभव कदम उठा रही है। मनपा ने एनजीआे के साथ बैठक कर नसबंदी कराने में सहयोग मांगा। इसके बाद शहर के निजी पशु चिकित्सकों से बैठक लेकर सहयोग मांगी गई। मनपा प्रशासन इस मुहिम को कारगर तरीके से आगे बढ़ाने के लिए एनजीआे व पशु चिकित्सकों की संयुक्त बैठक ली। शुरुआत में एनजीआे व पशु चिकित्सकों ने सहयोग का वादा किया था। 
 
पशु प्रेमियों की आपत्तियों से बदला माहौल 
मनपा के आह्वान पर एनजीआे व पशु चिकित्सक आगे आए थे। शासकीय वेटरनरी कालेज ने भी आवारों श्वानों की नसबंदी शुरू कर दी थी। एक नसबंदी पर 700 रुपए मिलते हैं। इसके लिए श्वान को पकड़कर लाना, नसबंदी करना, तीन दिन तक अस्पताल में रखना आैर उसके बाद श्वान को संबंधित स्थान पर छोड़ना पड़ता है। पशु प्रेमियों की आपत्ति के बाद वेटरनरी कालेज ने यह काम बंद कर दिया। गिट्टीखदान के एनजीआे पर आरोप लगे तो उसने भी नसबंदी बंद कर दी। श्वान की मौत मामले में पशु प्रेमी की शिकायत पर गिट्टीखदान में एक पशु चिकित्सक पर एफआईआर हुई। उसने भी यह काम बंद कर दिया। 
 
मनपा ने 600 व एनजीआे ने 250 नसबंदी की 
मनपा के भांडेवाडी केंद्र में अब तक 600 श्वानों की नसबंदी हो चुकी है। गिट्टीखदान में एनजीआे ने 250 नसबंदी की थी। वेटरनरी कालेज में करीब 150 नसबंदी हुई थी। पशु चिकित्सक ने करीब 50 नसबंदी की थी। अब केवल भांडेवाडी केंद्र में ही नसबंदी जारी है। 
  
सोनेगांव में शुरू होगा नसबंदी केंद्र 
मनपा शीघ्र ही सोनेगांव में नसबंदी केंद्र शुरू करने जा रहा है। इससंबंध में एनजीआे से बात हो चुकी है। मनपा एनजीआे को कमरा, बिजली, पानी उपलब्ध करेगी। एक नसबंदी पर 700 रुपए दिए जाएंगे। मनपा फिलहाल इस एनजीआे का नाम उजागर नहीं करना चाहती। 
 
आैर तीन जगह केंद्र शुरू करने का प्रस्ताव 
मनपा प्रशासन ने आैर तीन जगह नसबंदी केंद्र शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया है। मनपा भविष्य में हर दिन करीब 100 नबसंबी का टारगेट रखना चाहती है। भांडेवाडी के अलावा अन्य चार केंद्र शुरू होने पर ही यह संभव है। 
 
मनपा के 6 अस्पतालों में एंटी रेबिज इंजेक्शन उपलब्ध 
श्वानों के काटने के मामले बढ़ने से मनपा ने अपने छह अस्पतालों में एंटी रेबिज इंजेक्शनों की व्यवस्था कर दी है। इसके अलावा जिन श्वानों की नसबंदी की जाती है, उन श्वानों को भी एंटी रेबिज वैक्सीन दी जाती है। पहचान के तौर पर उस श्वान का कान थोड़ा काट लिया जाता है। 
 
पशु प्रेमी सहयोग करने को तैयार हुए, अब केंद्रों की संख्या ब़ढ़ेगी 
पशुप्रेमियों की आपत्ति व आरोपों के कारण एनजीआे व पशु चिकित्सक नसबंदी करने से कतरा रहे थे। अब पशु प्रेमी सहयोग करने को तैयार हाे गए हैं। आवारा श्वानों के मरने पर आरोप लगाने की बजाय वास्तविकता पता करने पर पशु प्रेमी अब जोर देंगे। सोनेगांव का केंद्र शीघ्र शुरू होगा। इसके अलावा अन्य तीन केेंद्रों का प्रस्ताव तैयार हुआ है। इसे अभी मंजूरी नहीं मिली है। भविष्य में हर दिन करीब 100 आवारा श्वानों की नसबंदी करने का हमारा इरादा है। मनपा ठेका पध्दति पर पशुचिकित्सकों को लेगी। इन्हें श्वानों की नसबंदी कराने में लगाया जाएगा। 
डा. गजेेंद्र महल्ले, पशुचिकित्सक मनपा नागपुर.

Created On :   6 Oct 2018 12:41 PM GMT

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