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मोबाइल के लिए ट्रेन पर पत्थरबाजी बात कर रहे लोगों को बनाते है निशाना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रेन से सफर के दौरान इस बात का खौफ बना रहता है कि कहीं से पत्थर आकर सिर पर न पड़ जाए। इस तरह अनेक यात्री गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। आखिर क्या कारण है कि नवयुवक तेज रफ्तार ट्रेन की ओर निशाना साधकर पत्थर उछाल देते हैं। कारण जानने का प्रयास किया, तो बेहद चौंकाने वाली जानकारी मिली। पता चला ट्रेन की पटरियों के आसपास कई युवक घात लगाकर बैठते हैं। तेज रफ्तार ट्रेन की खिड़कियों और दरवाजे पर मोबाइल का उपयोग कर रहे लोगों को निशाना बनाते हैं।
पत्थर की चोट खाकर कुछ यात्रियों के हाथ से मोबाइल छूटकर गिर जाता है। यह मामले नागपुर रेलवे स्टेशन से 2-4 किलोमीटर की दूरी पर ही होते हैं। इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। मोबाइल से हाथ धो चुके यात्री घटना की शिकायत भी नहीं करते। मामले को गंभीरता से लेते हुए दपूम रेलवे द्वारा विशेष टास्क फोर्स बनाई गई। पटरियों के आसपास बसी बस्तियों में रहने वालों को टास्क फोर्स के सदस्यों ने समझाने का प्रयास किया, साथ ही कार्रवाई की चेतावनी भी दी। बावजूद इसके पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
दोष यात्रियों का भी : कुछ यात्री सफर के दौरान ट्रेन से बाहर झांककर पटरियों के आसपास खड़े युवकों को मुंह चिढ़ाने का प्रयास करते हैं। पटरियों के आसपास बसर करने वालों को इस तरह की ओछी हरकतों का शिकार होना पड़ता है। इसका गुस्सा पत्थरबाजी से फूटता है। इन मुंह चिढ़ाते यात्रियों पर पत्थर तो उछाला जाता है, लेकिन इसका निशाना कोई और ही बन जाता है। कभी किसी महिला यात्री का सिर फूटता है, तो कभी कोई गंभीर रूप से घायल हो जाता है। पांचपावली रेलवे क्रासिंग से तकरीबन 500 मीटर की दूरी पर ट्रेन की पटरियों के आसपास नजर आए युवकों से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि घर के सामने काम करती महिलाओं को देखकर यह यात्री अश्लील इशारे करते हैं। जवाब में यहां खड़े युवक गुस्से में ट्रेन की ओर पत्थर फेंकने शुरू कर देते हैं।
मोबाइल उठाने गया तो हुआ हादसा : नागपुर रेलवे स्टेशन से 1-2 किलोमीटर के अंतराल में ट्रेन यात्रियों के हाथ पर डंडा मारकर मोबाइल हथियाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। विशेषकर मोमीनपुरा के पिछले हिस्से में नोगा फैक्टरी के आसपास अनेक यात्रियों से इस तरह मोबाइल हथियाए गए हैं। कुछ दिन पूर्व एक युवक का इसी तरह मोबाइल गिरा दिया गया था। अपना मोबाइल वापस हासिल करने के लिए यह युवक चलती ट्रेन से कूद पड़ा और ट्रेन की चपेट में आ गया। पांचपावली रेलवे क्रासिंग पर तैनात मनोज ठाकरे ने बताया कि इस दर्दनाक हादसे में युवक का शरीर दो टुकड़ों में बंट गया और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण बड़ा कार्रवाई : चलती ट्रेन पर पत्थरबाजी और डंडा मारकर मोबाइल हथियाने की घटनाओं का बड़ा कारण रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर बसर कर रहे अतिक्रमणकारी हैं। शहर के अनेक इलाकों में ट्रेन की पटरियों के आसपास झुग्गियां तैयार हो गई हैं। इन झुग्गियों में रहने वाले युवक बेरोजगारी की मार के कारण पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
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Created On :   26 July 2021 3:06 PM IST