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दैनिक भास्कर हिंदी: यूनिवर्सिटी में अब एग्जाम फीस ऑनलाइन भर सकेंगे स्टूडेंट्स, लंबे समय से चल रही थी तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में बीते ढाई वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी ऑनलाइन पेमेंट सुविधा अंतत: शुरू होने जा रही है। यूनिवर्सिटी ने अब जाकर इस प्रक्रिया से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। चार दिन के भीतर यूनिवर्सिटी इससे जुड़ी अधिसूचना जारी करेगा। शुरुआत में इस सुविधा के जरिए एलएलबी और बी.एड पाठ्यक्रमों की परीक्षा फीस ऑनलाइन भरी जा सकेगी। इसके बाद अन्य पाठ्यक्रमों के लिए इसे विस्तारित किया जाएगा।
ढाई वर्ष से ठंडे बस्ते में थी योजना
दरअसल नोटबंदी के बाद सरकार के आदेशानुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने नागपुर यूनिवर्सिटी समेत प्रदेश भर के विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए थे कि वे अपने यहां कैश लेन-देन पूरी तरह बंद कर दें। विद्यार्थियों से प्रवेश शुल्क, परीक्षा शुल्क, स्टॉफ का वेतन या अन्य काेई भी लेन-देन केवल ऑफलाइन माेड से ही पूरा करें। नागपुर यूनिवर्सिटी ने इस दिशा में हलचल भी शुरू की थी, लेकिन कई तकनीकी परेशानियों के चलते उन्हें यह पेमेंट गेट वे शुरू करने में परेशानी हो रही थी।
यह समस्या थी
विद्यार्थियों से डिजिटल पेमेंट स्वीकारने की दिशा में मंथन करने पर यह मुख्य समस्या सामने आ रही थी कि विद्यार्थी द्वारा भरी गई फीस में कई "हेड' का विभाजन होता है। परीक्षा फीस, एडमिशन फीस, ट्यूशन फीस, लाइब्रेरी फीस, मेडिकल एड फंड, स्टूडेंट डेवलपमेंट फंड जैसे कई हिस्से होते हैं। फिलहाल वित्त विभाग के काउंटर पर कैश या पीओएस मशीन से भुगतान करने पर सभी हेड में अपने आप भुगतान हो जाता है। यदि विद्यार्थी भीम एप या अन्य ऑनलाइन तरीके से पेमेंट करेगा तो विश्वविद्यालय को एक निश्चित अकाउंट नंबर देना पड़ रहा था।
इसके बाद विवि को खुद इसका विभाजन अलग-अलग हेड में करना पड़ रहा था। ऐसे में ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम लागू करने के लिए विश्वविद्यालय को एक हाईटेक सॉफ्टवेयर की जरूरत थी। ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली के अभाव में नागपुर यूनिवर्सिटी के कैंपस के विविध विभागों, लॉ कॉलेज और एलआईटी के विद्यार्थियों को अमरावती रोड स्थित कैंपस के वित्त व लेखा विभाग के कैश काउंटर की लंबी कतार में लगकर घंटाें अपना समय बर्बाद करना पड़ता था। हाल ही में विवि प्रभारी कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक डॉ. नीरज खटी के समक्ष एक निजी कंपनी ने साॅफ्टवेयर डेमो दिया, जिसके बाद विवि अब यह नई प्रणाली लागू करने जा रहा है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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