इंजीनियरिंग से मुंह मोड़ कर फार्मेसी की ओर बढ़ रहे विद्यार्थी

Students turning to engineering and turning to pharmacy
इंजीनियरिंग से मुंह मोड़ कर फार्मेसी की ओर बढ़ रहे विद्यार्थी
इंजीनियरिंग से मुंह मोड़ कर फार्मेसी की ओर बढ़ रहे विद्यार्थी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य सीईटी सेल ने हाल ही में इंजीनियरिंग, फार्मेसी व अन्य व्यावयासिक पाठ्यक्रमों के लिए एमएचसीईटी की तारीखों का एलान किया है। इसके बाद प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत होगी। बीते कुछ वर्ष के आंकड़ों पर नजर डालें, तो फार्मेसी शाखा को विद्यार्थियों का बेहतरीन प्रतिसाद मिल रहा है। वहीं इंजीनियरिंग की स्थित लगातार खराब हो रही है। फार्मेसी की बढ़ती मांग के कारण नागपुर विभाग समेत प्रदेश भर में न केवल कॉलेजों में सीटें बढ़ाई जा रही हैं, बल्कि लगातार नए कॉलेज भी शुरू हो रहे हैं।

कभी लगती थीं कतारें : पिछले पांच वर्ष में फार्मेसी के 184 कॉलेज और करीब 21 हजार सीटें बढ़ाई गई हैं। इसके उलट इंजीनियरिंग कॉलेजों का लगातार शटर डाउन हो रहा है। पिछले पांच वर्ष में 94 हजार 517 सीटें घटी है और 90 कॉलेज बंद हो गए हैं।  बता दें कि एक वक्त पर इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रमों की तूती बोलती थी। प्रवेश के लिए कॉलेजों में कतारें लगती थीं और 12वीं के नतीजे आते ही पालक सिफारिश ढूंढ़ने निकल पड़ते थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों का ट्रेंड अलग कहानी बयां कर रहा है। 

Created On :   12 Sep 2020 1:24 PM GMT

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