अवैध बंगला मामले में फंसे मंत्री सुभाष देशमुख, बोले- दोषी पाया तो खुद इस्तीफा दूंगा

Subhash Deshmukh trapped in illegal bungalow case, congress demand of resignation
अवैध बंगला मामले में फंसे मंत्री सुभाष देशमुख, बोले- दोषी पाया तो खुद इस्तीफा दूंगा
अवैध बंगला मामले में फंसे मंत्री सुभाष देशमुख, बोले- दोषी पाया तो खुद इस्तीफा दूंगा

डिजिटल डेस्क, पुणे। सोलापुर में दमकल विभाग के केन्द्र के लिए आरक्षित जगह पर अलिशान बंगला निर्माण करने के चलते राज्य के सहकार मंत्री सुभाष देशमुख मुश्किलों में फंसने आसाद दिखाई दे रहे हैं। उक्त बंगले का निर्माण कार्य अनाधिकृत होने की रिपोर्ट महानगरपालिका द्वारा मुंबई के हाई कोर्ट में दी गई है। इस मामले को लेकर अब देशमुख के इस्तीफे की मांग हो रही है।

सोलापुर मनपा द्वारा दमकल विभाग का केन्द्र तथा व्यवसायीक उपयोग के लिए आरक्षित जगह पर सहकार मंत्री देशमुख ने अलिशान बंगला निर्माण किया है। दो एकड़ की जगह पर 22 हजार 243 वर्ग फीट के प्लाट पर 9425 वर्ग फीट पर निर्माण कार्य करने के लिए मनपा से मंजूरी ली गई थी। हालांकि उक्त दो एकड़ जगह आरक्षित होने के कारण मनपा ने शुरू में मंजूरी देने से इनकार किया था लेकिन बाद में सशर्त मंजूरी दी गई। उसके बाद बंगले का निर्माण कार्य किया गया, लेकिन मंजूरी से कई ज्यादा जगह पर निर्माण कार्य करने का आरोप देशमुख पर लगाया गया। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आंदोलन कर मंजूरी पीछे लेने की मांग की लेकिन मनपा प्रशासन ने उनपर ध्यान नहीं दिया।

आखिरकार बंगले के निर्माण कार्य को मंजूरी देने के कारण मनपा पर कार्रवाई की जाए ऐसी याचिका सामाजिक कार्यकर्ता महेश चव्हाण ने मंुबई हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी। इस संबंध रिपोर्ट देने का आदेश कोर्ट ने मनपा आयुक्त को दिए थे, लेकिन आदेश के कई दिनों बाद भी कार्यवाही नहीं हुई, जिस कारण याचिकाकर्ता ने अवमानना याचिका दायर की। उस पर मनपा आयुक्त अविनाश ढाकणे ने बंगले का निर्माण कार्य अनाधिकृत होने की रिपोर्ट कोर्ट में दी। साथ ही निर्माण कार्य के लिए दी गई मंजूरी पीछे लेने का भी कहा है। अब जब देशमुख का बंगला अनाधिकृत होने की बात स्पष्ट हुई है तो उनके इस्तीफे की मांग ने जोर पकड़ा हुआ है। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा उनके इस्तीफे की मांग की गई है।|

मामले में मनपा ही दोषी
दरिमियान देशमुख ने अपनी सफाई में कहा है कि नकद राशि भरकर लाइसेंस लिया है, इसमें मनपा का दोष है। अधिकारियों ने लाइसेन्स कैसे जारी किया इसकी जांच होनी चाहिए। लाइसेंस के अनुसार ही बंगले का निर्माण कार्य किया गया है। इसलिए इस मामले में पुनर्जांच होने की जरूरत है। सरकार ही सही फैसला लें। न्याय देवता का सुनना ही पड़ेगा। इसमें दोषी पाया गया तो खुद होकर इस्तीफा दूंगा।

Created On :   2 Jun 2018 7:34 PM IST

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