अचानक बदल दिया पैसेंजर ट्रेन का प्लेटफॅार्म, जान जोखिम में डालकर ट्रेन तक पहुंचे मजदूर

Sudden Stampede on Platform 4-5 at Katni Railway Station for train
अचानक बदल दिया पैसेंजर ट्रेन का प्लेटफॅार्म, जान जोखिम में डालकर ट्रेन तक पहुंचे मजदूर
अचानक बदल दिया पैसेंजर ट्रेन का प्लेटफॅार्म, जान जोखिम में डालकर ट्रेन तक पहुंचे मजदूर

डिजिटल डेस्क कटनी । मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 4-5 के बीच अचानक भगदड़  का माहौल बन गया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रमिक परिवार बच्चों के साथ टे्रन पकडऩे की जद्दोजहद करते नजर आए। इस दौरान मजदूर अपनी जान की परवाह न करते हुुए ट्रेक पार कर टे्रन पकडऩे मजबूर रहे। रेलवे के जिम्मेदारों की लापरवाही से इस तरह की स्थिति निर्मित हुई। अचानक प्लेटफॅार्म बदले जाने और टे्रन रवाना होने की सूचना से अफरा तफरी के बीच भागमभाग मेे कई श्रमिक टे्रक की गिट्टियों पर गिरकर चोटिल  भी हो गए।
4 बार हुई चेन पुलिंग
मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 4 पर घंटो से खड़ी टे्रन क्रमांक   51679 कटनी चोपन के अचानक छोडे जाने की वजह से मची भगदड़ और बहदवासी के बीच 4 बार मजदूर वर्ग द्वारा चेन पुलिंग की गई। सब कुछ देखते जानते हुए भी स्टेशन प्रबंधन या डिप्टी एसएस ने कोई भी सार्थक प्रयास नहीं किया। रेलवे के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक तमाशबीन बने मजदूरों के बच्चों महिलाओं की मदद की गुहार और आधा सामान और परिवार टे्रन में चढ़ाने की जद्दोजहद का नजारा का मजा लेने में  व्यस्त रहे।
जा सकती थी कई जानें
मुख्य स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 6 से रोजाना कटनी चोपन पैसेंजर को रवाना किा जाता है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या मेें श्रमिक महिलाएं, बच्चे सहित मजदूरी मेें मिला अनाज शामिल था।  टे्रन में सवार होने सुबह से बैठे थे। बीना से आई  टे्रन का रैक लगभग दो घंटे से प्लेटफॅार्म नंबर 4 पर खड़ा था। इसी टे्रक को कटनी-चोपन  टे्रन बनाकर रवाना करना था। चूंकि  टे्रन  6 नंबर प्लेटफॅार्म से रवाना होती है। इसलिए  मजदूर इसी प्लेटफॅार्म पर  इंतजार कर रहे थे। सुबह सवा ग्याहर बजे अचानक 4 नंबर पर खडे रैक को कटनी-चोपन बनाकर कुछ देर से चलने की सूचना पर मजदूरों मेें भगदड़ मची थी। जिस दौरान भगदड़ मची उसी समय प्लेटफॅार्म 5 लूप लाइन पर इलेक्ट्रिक पावर भी शंट हो रहा था। पायलट ने मौके की नजाकत को भंापकर तुरंत पावर को रोक दिया था। नहीं तो बड़ी संख्या मेे मजदूरों की जान को भी खतरा उत्पन्न हो गया था। यह भी अच्छा रहा कि इस दौरान सेंटर लाइन से कोई गुड्स  टे्रन नहीं गुजरी।
हद दर्जे की लापरवाही
यात्रियो के अनुसार चोपन लाइन के छोटे स्टेशनों के ग्रामीण मजदूरी एवं खेतो मेें कटाई कार्य कर अपने गांव लौट रहे थे। परिवार के साथ अनाज वे $गृ़हस्थी का सामान था। स्टेशन मेें  टे्रन क्रं. 4 नंबर से टे्रन छूटने की सूचना समय पर दी गई होती तो इस तरह के हालात पैदा नहीं होते।
इनका कहना है
इस गाड़ी का रैक प्लेटफॅार्म 4 पर सुबह 10: 22 पर आया था। टे्रन यही सं चलाने की सूचना दी गई थी।-
 संजय दुबे, स्टेशन प्रबंधक

 

Created On :   6 April 2018 1:05 PM GMT

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