9 साल की बच्ची के साथ समुद्र की दूरी नापेगा धुर्वे परिवार

Sukhdev dhurve family to do unique sea expedition to swim 16 km
9 साल की बच्ची के साथ समुद्र की दूरी नापेगा धुर्वे परिवार
9 साल की बच्ची के साथ समुद्र की दूरी नापेगा धुर्वे परिवार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्पेन से दक्षिण अफ्रीका के बीच विश्व विख्यात जिब्राल्टर खाड़ी की 25 किलोमीटर समुद्री दूरी को सफलतापूर्वक तय करने वाले समुद्री तैराक सुखदेव धुर्वे अपने परिवार के साथ अरब सागर में उतरने जा रहे हैं। एक नए अभियान के साथ नए कीर्तिमान स्थापित करने का इरादा लेकर धुर्वे 28 अप्रैल, यानि रविवार को एलिफेंटा से गेटवे ऑफ इंडिया के बीच 16 किलोमीटर की समुद्री दूरी को अपने परिवार के साथ रिले प्रणाली से तय करेंगे। अभियान में पत्नी वैशाली पांडे धुर्वे, 18 वर्षीय बेटा सार्थक और 9 वर्ष की बेटी तन्वी भी उनके साथ समुद्री लहरों से दो-दो हाथ करेंगे।

इस साहसिक अभियान के लेकर उत्साहित सुखदेव धुर्वे ने कहा कि लंबे समय से मैं इस प्रकार के अभियान के बारे में सोच रहा था, क्योंकि अब मेरी बेटी भी खाड़ी तैराकी में आत्मविश्वास के साथ हिस्सा ले रही है। यही कारण है कि मैंने इस सपने को साकार करने का मन बना लिया। नागपुर पुलिस के बम स्क्वॉड में कार्यरत धुर्वे ने कहा कि मेरा परिवार अंतरराष्ट्रीय नियमानुसार रिले प्रणाली से निर्धारित दूरी तय करेगा। नियम के अनुसार परिवार में शामिल सभी सदस्य को कम से कम आधे घंटे समुद्री तैराकी में हिस्सा लेना पड़ेगा। खाड़ी तैराकी के दौरान धुर्वे परिवार की सुरक्षा के लिए साई और माऊली नाम के दो बोट के अलावा एक सेफ्टी बोट और एक दिशा दिखाने वाला बोट तैनात रहेगा। राज्य तैराकी संगठन की ओर से डॉ. नीलेश पांडे पर्यवेक्षक के रूप में काम करेंगे। धुर्वे परिवार के इस खाड़ी अभियान को स्व. वामनराव दिव चेरिटेबल ट्रस्ट और मिहिर सेन स्विमिंग एंड एडवेंचर स्पोर्टिंग क्लब सहयोग दे रहा है। सुखदेव धुर्वे इसके पूर्व भी रेवस से गेटवे ऑफ इंडिया (25 किलोमीटर खाड़ी तैराकी) को 6 घंटे 51 मिनट, संक्रॉक से गेटवे ऑफ इंडिया (5 किलोमीटर) को 58 मिनट, मोरा से गेटवे ऑफ इंडिया (20 किलोमीटर खाड़ी तैराकी) को 3 घंट 51 मिनट में तय कर चुके हैं। इस अभियान को पूर्व महापौर अटल बहादुर सिंह विशेष रूप से सहयोग दे रहे हैं।

बेटा स्वर्ण पदक विजेता
धुर्वे परिवार का होनहार युवा तैराक सार्थक राष्ट्रीय वॉटर पोलो में स्वर्ण पदक विजेता है। इसके अलावा 400 मीटर फ्री स्टाइल, 200 मीटर फ्री स्टाइल और 1500 मीटर फ्री स्टाइल की राज्य स्तरीय स्पर्धा में सराहनीय प्रदर्शन कर चुके हैं। 

पत्नी वैशाली भी जीत चुकीं हैं गोल्ड
सुखदेव धुर्वे की पत्नी वैशाली पांडे जिला परिषद शिक्षिका हैं और तैराक के रूप में राज्य स्तरीय शालेय तैराकी स्पर्धा के 400 मीटर िमडले रिले का स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। तैराकी में उन्होंने अब तक 6 स्वर्ण सहित 12 पदक जीता है। 

बेटी तन्वी ने भी कई पदक हासिल किए 
धुर्वे परिवार की सबसे छोटी सदस्य तन्वी है। तन्वी 9 साल की है और तीसरी कक्षा में पढ़ती है, लेकिन हैरत की बात यह है कि उसने मालवन में 500 मीटर समुद्री तैराकी स्पर्धा में सफलतापूर्वक हिस्सा लिया है। हालांकि उक्त स्पर्धा में तन्वी दसवें स्थान पर रही, लेकिन उसने जिला स्तर पर अब तक 10 स्वर्ण सहित 25 पदक जीता है।

समुद्री लहरों से नहीं लगता डर : तन्वी
तैराकी के नाम पर अच्छे अच्छों की तबीयत खराब हो जाती है, लेकिन जहां साहस है, वहां जीत सुनिश्चित है। धुर्वे परिवार की सबसे छोटी सदस्य तन्वी महज 9 वर्ष की है, लेकिन उसे घातक समुद्री लहरों से दो-दो हाथ करने से डर नहीं लगता। इस साहसिक अभियान को लेकर उत्साहित तन्वी ने कहा कि मैं नियम से भी ज्यादा समय के लिए तैरने की कोशिश करूंगी। 

Created On :   26 April 2019 11:36 AM IST

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