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गर्मियां सामने, जलसंकट के नियोजन का प्रारूप ही तैयार नहीं

डिजिटल डेस्क, अमरावती। वर्ष 2021 में हुई बेहतर बारिश के कारण अमरावती जिले के जलस्त्रोतों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। जिसके बावजूद कहीं गांव ऐसे है, जहां मार्च से जलसंकट शुरू हो जाता है। इन गांवों को जलसंकट से बचाने के लिए नियोजन करना जिप प्रशासन की जिम्मेदारी है किंतु प्रशासन की उदासीनता के चलते इस बार अब तक जलसंकट का प्रारूप ही तैयार नहीं हो पाया है। जिले में अक्टूबर से दिसंबर दौरान जलकिल्लत उपाययोजना का पहला चरण पूरा किया जाता है।
जनवरी से मार्च तथा अप्रैल से जून में दूसरा व तीसरा चरण पूरा होता है। किंतु गत वर्ष हुई बेहतर बारिश के कारण प्रशासन इस बार जलसमस्या प्रारूप को लेकर उदासीनता बरतता दिखाई दे रहा है। किंतु ग्रीष्मकाल शुरू होते ही अचलपुर, चांदुर बाजार, धारणी, अंजनगांवसुर्जी व ऊंचाई पर बसे गावों में पानी की किल्लत शुरू हाे जाती है। जिसको लेकर जिप प्रशासन अब तक प्रारूप भी तैयार नहीं कर सका है। जबकि हर वर्ष संपूर्ण प्रारूप तैयार कर जलकिल्लत से निपटने की योजनाओं में होने वाले खर्च का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाता था जिसके लिए विशेष निधि भी प्राप्त होती थी। किंतु इस वर्ष प्रशासन की ओर से अब तक प्रारूप समिति का गठन भी नहीं किया गया।
Created On :   14 Feb 2022 1:00 PM IST