चौकीदार ने नहीं दी झूठी गवाही, अधीक्षिका ने नौकरी से हटाया

Superintendent suspend to security guard of middle school sidhi
चौकीदार ने नहीं दी झूठी गवाही, अधीक्षिका ने नौकरी से हटाया
चौकीदार ने नहीं दी झूठी गवाही, अधीक्षिका ने नौकरी से हटाया

डिजिटल डेस्क मझौली सीधी । ग्राम पंचायत जमुआ नं.2 के माध्यमिक शाला में कार्यरत चौकीदार को अधीक्षिका ने झूठी गवाही न देने पर हटा दिया है। समूह संचालक से हुई छीनाझपटी के बाद दर्ज कराई गई रिपोर्ट में चौकीदार को गवाह बनाया गया था। गवाही के समय चौकीदार झूठ नहीं बोल पाया तो उसे हटा दिया गया है।
गवाही देने बनाया दबाव
मिली जानकारी के अनुसार माध्यमिक शाला जमुआ नं. 2 में समूह का संचालन करने वाले गंगा प्रसाद साहू किसी कार्यवश छात्रावास में गये थे जहां अधीक्षिका सोमवती सिंह किसी बात को लेकर भड़क गई और छीना-झपटी का आरोप लगाते हुये 19 फरवरी को अजाक थाना सीधी में शिकायत कर दी। जिसमें गवाह छात्रावास के चौकीदार राममिलन केवट को बनाया था। बताया गया कि 23 मार्च को चौकीदार की गवाही अजाक थाना सीधी में है। चौकीदार राममिलन केवट उम्र 55 वर्ष ने बताया कि विद्यालय के शिक्षक देवेन्द्र तिवारी और अधीक्षिका दबाव बनाकर मुझसे कहने लगे कि गवाही में तुम बोल देना कि गंगा प्रसाद साहू छात्रावास में आकर मैडम के साथ छीना-झपटी कर लिपटे हुये थे हम और पंडितजी आकर दोनों को छुड़ाये हैं। इस बात पर चौकीदार ने कहा कि मैडम मैं झूठ नहीं बोलूंगा, मेरे सामने गंगा प्रसाद साहू ने कुछ नहीं किया है। मेरी बात से देवेन्द्र तिवारी और अधीक्षिका मैडम नाराज होकर मुझे चौकीदार पद से हटाने का षडयंत्र रचने लगे और देवेन्द्र तिवारी गुपचुप तरीके से विद्यालय के शाला प्रबंधन समिति को गुमराह कर कार्यवाही रजिस्टर में पदाधिकारियों का हस्ताक्षर करवाने लगे। जिसमें कुछ अधिकांश सदस्य हस्ताक्षर करने से मना कर दिये जबकि कुछ देवेन्द्र तिवारी के झांसे में पड़ ही गये।
नौकरी से हटाया
 चौकीदार ने आगे बताया कि 17 मार्च को अधीक्षिका सोमवती सिंह ने मौखिक रूप से मुझसे कही कि अब ड्यूटी पर नहीं आना, चाबी हमें वापस दे दो। मैंने चाबी देने से इंकार करते हुये कहा कि मुझे कारण बताइये कि मैं क्यों ड्यूटी करने नहीं आऊँ लिखकर कुछ दे दीजिये इस पर मैडम चुप रहीं। जबकि शाम को मैं प्रतिदिन की तरह बाजार जाकर सब्जी वाले दुकान में सामान लेने गया तो दुकानदार ने कहा कि बाबा आपको अब मैं कुछ सामान छात्रावास के लिये नहीं दूंगा। मैंने कहा कि आप रोजाना हमें सामान देते थे आज क्यों नही दोगे भाई, इस पर दुकानदार ने कहा कि देवेन्द्र तिवारी आकर मना कर गये हैं। चौकीदार राममिलन केवट की बातों से स्पष्ट समझ में आता है कि झूठी गवाही न देने के कारण षडयंत्र पूर्वक चौकीदार पद से हटाया गया, जबकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजयपाल कोरी उक्त कार्यवाही से अनभिज्ञ हैं।

 

Created On :   21 March 2018 1:40 PM IST

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